• समिट में इनोवेशन हब की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में हुए नवाचार और स्टार्टअप की लगायी गई है प्रदर्शनी
उत्तर प्रदेश में निवेश का माहौल बनाने के लिए आयोजित किए गए तीन दिवसीय यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एकेटीयू के इन्नोवेशन हब की ओर से लगाए गए स्टाल पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्टार्टअप से बातचीत की। स्टार्टअप से उन्होंने उनके प्रोडक्ट की जानकारी ली साथ ही और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। वही समाज के विभिन्न समस्याओं के समाधान में उपयोगी स्टार्टअप की तारीफ की।
आपको बता दें कि इन्नोवेशन हब के नेतृत्व में प्रदेश के मान्यता प्राप्त 15 इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से समिट में विभिन्न स्टार्टअप की प्रदर्शनी लगाई गई है। इनोवेशन हब ने केन एक्सपो क्षेत्र, हॉल नंबर 11 में 200 वर्ग मीटर जगह खरीदी है। ये स्टार्टअप खाद्य प्रसंस्करण और डेयरी, हथकरघा और कपड़ा, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, इलेक्ट्रॉनिक्स वाहन, कृषि और संबद्ध उद्योग, फिल्म और मीडिया, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, नागरिक उड्डयन, फार्मास्यूटिकल्स, रसद और भंडारण, और रक्षा और जैसे कई क्षेत्रों से हैं।
समिट में 20 से अधिक देशों के 10,000 से अधिक प्रतिनिधियों (घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय) की भागीदारी हो रही है। समिट में आये मेहमान इस मौके पर उत्तर प्रदेश की कला और शिल्प से भी परिचित हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्टार्टअप, रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण, ईवी विनिर्माण, भंडारण और रसद, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, पर्यटन में निवेश आकर्षित करने के लिए 25़ नीतियां तैयार करके नीति संचालित शासन के माध्यम से औद्योगिक विकास के लिए एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। इस मौके पर डॉ अनुज कुमार शर्मा, महीप सिंह, वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना आदि मौजूद रहे।
वीडियो देखें- जानिए क्यों कुलपति ने चलाई साइकिल…👇
इन्वेस्टर सम्मिट मैं एकेटीयू के इन्नोवेशन हब की ओर से लगाए गए स्टाल में एक स्टार्टअप ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वर्डेंट मोटर्स कंपनी की साइकिल दिखने में तो आम है लेकिन कई मामलों में यह खास है। यह ई साइकिल एक बार फुल चार्ज होने पर बिना किसी मेहनत के 25 किलोमीटर तक जा सकती है।
जबकि इसके पायडॉल मैं सेंसर लगा है। जिससे कि एक बार पेडल मारने पर यह साइकिल दो पेडल के बराबर चलेगी। बैटरी खत्म होने पर इसे आम साइकिल की तरह भी चलाया जा सकता है। इसकी कीमत, 24999 से शुरू होती है। साइकिल को बनाने वाले भुवनेश ने बताया कि आने वाले दिनों में यह साइकिल खूब देख देखने को मिलेगी। शनिवार को इस साइकिल पर कुलपति प्रोफेसर आलोक राय ने भी सवारी की।