ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि चीन के विमानों ने उनके हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का ये भी कहना है कि चीन के विमानों के साथ ही चीनी गुब्बारा भी ताइवान के हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ। बता दें कि चीन और ताइवान के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, वहीं ताइवान खुद को चीन का हिस्सा नहीं मानता है और खुद को स्वतंत्र राष्ट्र मानता है। ताइवान को अमेरिका का समर्थन प्राप्त है।
चीन के फाइटर जेट ने ताइवान की सीमा में की घुसपैठ
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि चीन के जे-10, जे-11 फाइटर जेट्स ने स्ट्रेट ऑफ मीडियन लाइन को पार किया। बता दें कि स्ट्रेट ऑफ मीडियन लाइन को दोनों देशों के बीच की अनाधिकारिक जलसीमा है। हालांकि बीते कुछ समय से चीन के विमान और सर्विलांस जहाज लगातार इस सीमा का उल्लंघन कर रहे हैं। सीमा उल्लंघन की जानकारी होने पर ताइवान ने अपनी सेना भी स्थिति की समीक्षा के लिए मौके पर भेजी। ताइवान के रक्षा मंत्रालय का दावा है कि चीन के एक गुब्बारे ने भी ताइवान की सीमा में प्रवेश किया। गुब्बारे ने शनिवार की सुबह ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की और यह ताइवान के तटीय शहर कीलुंग तक पहुंच गया था।
बता दें कि ऐसा ही एक गुब्बारा कुछ समय पहले अमेरिका में देखा गया था। अमेरिका ने दावा किया था कि यह जासूसी गुब्बारा था और अमेरिका ने गुब्बारे को निशाना बनाकर गिरा दिया था। इससे पहले अप्रैल में भी चीन के फाइटर जेट्स ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ की थी। गौरतलब है कि ताइवान में अगले साल जनवरी में आम चुनाव होने हैं। इन चुनावों पर अमेरिका और चीन के गहरे रणनीतिक हित जुड़े हैं। यही वजह है कि ताइवान का चुनाव अमेरिका बनाम चीन हो गया है और पूरी दुनिया की नजरें इन चुनावों पर लगी है।