अमेरिका के कैलिफोर्नियां में शनिवार को स्वामी नारायण मंदिर में हुई तोड़फोड़ की भारतीय मूल के अमेरिकी सांसदों ने कड़ी निंदा की है। सांसद रो खन्ना ने कहा कि वह इस बात से खुश है कि इस घटना के खिलाफ पूरा समुदाय एकसाथ है और वे साथ में मंदिर की इमारत पर लिखे नारे को मिटा रहे हैं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी लोकतंत्र में पूजा करने की स्वतंत्रता है। जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। मुझे इस बात की खुशी है कि इसके खिलाफ समुदाय एक साथ खड़े होकर मंदिर की इमारत में लिखे नारे को हटा रहे हैं।’
भारतीय मूल के एक अन्य सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने स्वामीनारायण मंदिर में हुए तोड़फोड़ को घृणित कार्य करार दिया है। उन्होंने बताया कि वह इस बात से खुश हैं कि लोग मंदिर के समर्थन में एकजुट हो रहे हैं। सांसद कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘हमें ऐसे समय में एकसाथ होना चाहिए। जिसने भी मंदिर में तोड़फोड़ की है उसे जवाब देना होगा।’
इस घटना की सांसद श्री थानेदार ने भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस जघन्य अपराध की गहन जांच की मांग की है। वहीं कैलिफोर्निया की सांसद बारबरा ली ने कहा, ‘किसी भी रूप में नफरत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपियों को पकड़कर कानून के तहत दंडित किया जाना चाहिए। हमें हर जगह से हिंदूफोबिया को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए।’ सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने भी मंदिर में हुए तोड़फोड़ की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘इस घटना ने भारतीय समुदाय के भावनाओं को आहत की है। ह इस मामले की जल्द से जल्द जांच की और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।’
विदेश मंत्रालय ने भी की निंदा
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने शनिवार कोकैलिफोर्नियां के स्वामी नारायण मंदिर में हुई तोड़फोड़ की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इस मामले में नेवार्क पुलिस विभाग के द्वारा उठाए कदम की सराहना की है। अमेरिकी विदेश विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘हम कैलिफोर्निया के हिंदू मंदिर श्री संवामीनाराण मंदिर में हुई तोड़फोड़ की कड़ी निंदा करते हैं। हम नेवार्क पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हैं।’
मंदिर में तोड़फोड़ के बाद विदेश विभाग ने जारी किया बयान
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार खालिस्तानी समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा नेवार्क के हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह बयान जारी किया है। खालिस्तानी समर्थकों ने शुक्रवार को मंदिर के बाहरी हिस्सों में तोड़फोड़ की। मंदिर के प्रवक्ता भार्गव रावल ने कहा, मंदिर के नजदीक रहने वाले एक श्रद्धालु ने इमारत के बाहरी दीवार पर काली स्याही से भारत विरोधी नारे लिखे थे। उन्होंने तुरंत स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी।
भारतीय विदेश मंत्री ने जताई चिंता
इस घटना पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस घटना पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘मैंने समाचार देखा। जैसा कि आप जानते हैं, हम इसपर चिंतित हैं। भारत के बाहर अलगाववादी और चरमपंथियों को जगह नहीं मिलनी चाहिए। इस घटना पर हमारे वाणिज्य दूतावास ने अमेरिकी सरकार और वहां की पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई है। हमें विस्वास है कि इस मामले की जंच की जा रही है।’
इस दौरान नेवार्क पुलिस ने इसे जानबूझ कर की जाने वाली घटना बताया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि नेवार्क के सदस्य और एक पुलिस के नाते हम इस घटना से दुखी हैं। हम ऐसे लोगों को यहां बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। आप समझ सकते हैं कि हम इस घटना को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। हम इसकी जांच बड़ी ही सावधानी से करेंगे।