लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना डेढ़ से दो किमी तक पीछे चली गई है. बताया जा रहा है कि चीन की सेना ने गलवान घाटी के पेट्रोल प्वाइंट 14 से अपने अस्थाई ढांचे हटा लिए हैं और लगभग 2 किलोमीटर का इलाका अब पूरी तरह से खाली हो गया है.
चीन ने ये टैंट डिसइंगेजमेंट के तहत पीछे हटाए हैं. दोनों देशों की सेना ने डिसइंगेजमेंट पर सहमति जताई है और सेनाएं मौजूदा स्थान से पीछे हटी हैं. इस डिसइंगेजमेंट के साथ ही भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच नियंत्रण रेखा पर बफर जोन बन गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को भारतीय सेना की फिजिकल वेरिफिकेशन में यह पता चला है कि चीन की सेना ने अस्थाई टेंट हटा लिए हैं. हालांकि सेना की तरफ से अभी तक इस जानकारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.
सूत्रों के अनुसार अभी सिर्फ गलवान घाटी के पेट्रोल प्वाइंट 14 से ही चीनी सेना पीछे हटी है, जबकि पैंगोंग त्सो झील, डेपसांग और गोगरा पोस्ट के क्षेत्रों में अभी तक पहले वाली स्थिति बनी हुई है.