डलमऊ/रायबरेली। ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है सरकार साफ-सफाई सैनिटाइजर की व्यवस्था के लिए वीकेंड लॉकडाउन घोषित किया है जिससे बाजारों दुकानों प्रतिष्ठानों व गांव में साफ सफाई के साथ-साथ दवा का छिड़काव एवं सेनेटाइजर का कार्य किया जा सके लेकिन इस समय गांव की साफ-सफाई व सेनीटाइजर की व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। गांव में सैनिटाइजरिंग का काम सिर्फ कागजों पर चल रहा है सरकार के लाख प्रयास के बावजूद गांव में यह व्यवस्था धरातल पर नहीं उतर पा रही है।
ग्राम प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया है जिससे वे इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं क्योंकि उनके पास बजट का कोई प्रबंध नहीं है पंचायत सचिव दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं गांव की नाली, खड़ंजा गंदगी से पटे हुए हैं दवा का छिड़काव नहीं हो पा रहा है। विकास खंड डलमऊ के कंधरपुर, सराय लखनी, बरारा बुजुर्ग, सुरसना, जोहवा नटकी सहित 13 न्याय पंचायतों में व्यवस्था राम भरोसे चल रही है जिस पर जिम्मेदार कर्मचारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। तहसील प्रशासन भी इस पर दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है नगर पंचायत डलमऊ की बात छोड़ दे तो किसी भी गांव में अभी तक दवा का छिड़काव व सैनिटाइजर का कार्य नहीं किया गया है।
ग्रामीण अशोक कुमार, रामाश्रय, सुरेश, दीपक, अमित यादव ने बताया कि पिछले 2 सप्ताह से वीकेंड लाक डाउन चल रहा है लेकिन गांव में साफ सफाई एवं दवा का छिड़काव की व्यवस्था नहीं की जा रही है लोग संक्रमण के खतरे से भयभीत हैं। इस बाबत उपजिलाधिकारी डलमऊ विजय कुमार ने बताया कि गांव में साफ-सफाई व सेनीटाइजर की व्यवस्था की जिम्मेदारी पंचायत सचिवों को दी गई है यदि कार्य में लापरवाही बरती जा रही है तो कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा