लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो एनबी सिंह की देखरेख में, एनएसएस (यूनिट चार और पांच) ने स्वच्छता और साफ-सफाई की भावना को बढ़ावा देने और परिसर को साफ़ सुथरा और आसपास के वातावरण को स्वच्छ और साफ बनाए रखने के लिए “स्वच्छता पखवाड़ा” के तहत एक अभियान चलाया गया।
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इस कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवकों ने परिसर के विभिन्न हिस्सों, मैदानों, सड़कों और कक्षाओं की सफाई की और अन्य छात्रों से भी कहा कि आप सभी को इस सफाई में भाग लेना चाहिए और अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखने की आदत डालनी चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों द्वारा स्वच्छता अभियान के बाद एक रैली भी निकाली गई जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के बड़ी संख्या में छात्र-छात्रोंओं ने हिस्सा लिया और रैली के दौरान उन्होंने बैनरों और नारों के माध्यम से स्वच्छता और स्वच्छता के संदेश को पहुचाने का प्रयास किया।
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इस अवसर पर डॉ अभय कृष्णा ने संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस स्वयंसेवक जो विद्यार्थियों में साफ-सफाई के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी का भाव पैदा करने के लिए अभियान चला रहे हैं वह सराहनीय है लेकिन यह सफाई अभियान सिर्फ एक पखवाड़े तक नहीं चलना चाहिए बल्कि इसको अपने मिजाज और स्वभाव का हिस्सा बना लेना चाहिए।
इस मौके पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ ज़फरुन नकी ने स्वयंसेवकों को साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया और कहा कि स्वच्छता व्यवस्था को अपने जीवन में लागू करने से ही स्वस्थ भारत का मार्ग संभव है।
उन्होंने यह भी कहा कि बहुत पहले महात्मा गांधी ने उपदेश दिया था और कहा था कि स्वच्छता बहुत आवश्यक है और उसको अपने जीवन में उतारने की ज़रुरत है और हम सब के लिए यह आवश्यक है कि महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करें। इस कार्यक्रम में एनएसएस स्वयंसेवकों सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।