लखनऊ। नेता कांग्रेस विधानमंडल दल (Congress Legislature Party Leader) आराधना मिश्रा मोना (Aradhana Mishra Mona) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र (Budget session) में राज्यपाल (Governor’s) के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। प्रदेश की योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए CLP Leader ने कहा कि आज जो विधानसभा के अंदर संयुक्त सत्र के दौरान घटित हुआ, वह दर्शाता है कि राज्यपाल प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा में लापरवाही और प्रदेश में दलितों, पिछड़ों से हो रहे अन्याय, पेपर लीक एवं भ्रष्टाचार पर नाराज हैं। इसीलिए राज्यपाल महोदया ने सरकार के द्वारा अभिभाषण के रूप में लिखी गई झूठ की इबारत के सिर्फ दो पन्ने ही पढ़े। मोना ने कहा कि इससे पहले भी राज्यपाल प्रदेश में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा आदि मुद्दों पर असंतोष जाहिर कर चुकी हैं।
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सीएलपी लीडर ने कहा कि बीजेपी सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था बद से बत्तर होती चली जा रही है। प्रदेश में निरंतर बढ़ रहे बलात्कार, डकैती, चोरी, लूट, हत्या, जातीय हिंसा को रोकने को लेकर कोई ठोस नीति और कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी की रोकथाम को लेकर कोई सरकार की तैयारी नहीं दिखती है। किसानों को खाद और बीज क्रय केंद्र में छूट दिए जाने के संबंध में सरकार की तरफ से मजबूत और आवश्यक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
सरकार अपनी ऊर्जा सिर्फ झूठे प्रचार और धार्मिक ध्रुवीकरण का एजेंडा चला रही है। मुफ्त सिंचाई आदि की बातें छलावा निकल रहा है। गन्ना किसानों के गन्ना खरीद पर शत प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने और घटतौली, बिचौली और दलाली पर अंकुश लगाने के संबंध में बीजेपी सरकार की तरफ से शिथिलता है, छुट्टा पशुओं से फसल की सुरक्षा के संबंध में कोई प्रबंध नहीं सिर्फ झूठ बोला जा रहा है। बेरोजगार नौजवान सड़क पर रोजगार के लिए भटक रहे हैं।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सिर्फ धार्मिक ध्रुवीकरण के मुद्दे पर ही काम कर रही है। इस वजह से प्रदेश में तमाम प्रतिभाएं बेरोजगार और निराशा हैं। उनके प्रोत्साहन को लेकर कोई भी प्रबंध नहीं हो रहे हैं। मोना ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था की बुरी हालत है।
सुदृढ़ अध्यापन कार्य हेतु शिक्षकों की डेढ़ लाख से ज्यादा कमी है लेकिन उसके लिए कोई तैयारी नहीं। अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। दवा और बेड की कमी बनी हुई है ,और चिकित्सालय डॉक्टर , कर्मचारियों, पैरामेडिकल स्टॉफ पद खाली पड़े हैं। महिलाओं की सुरक्षा, बेहतर जीवन और स्वास्थ्य संबंधी सुधार योजना को लेकर बीजेपी की रुचि नहीं है।
सीएलपी लीडर ने कहा सरकार चाहती थी कि राज्यपाल बतौर अभिभाषण तैयार उसके झूठ के पुलिंदे का बखान व झूठी वाहवाही करें, लेकिन राजपाल प्रदेश की हकीकत से वाकिफ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कोई भी काम जमीन पर नहीं उतर पा रही है। इसी वजह से विधानसभा में पिछले वर्ष जो बजट पारित हुआ था वह खर्च नहीं हो पाया है। इसी तरह विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में हो रही नियुक्तियों में आरक्षण कोटा का पालन नहीं हो रहा है। सरकारी नौकरियों में ठेकेदारी प्रथा लागू है। अव्यवस्था के कारण महाकुंभ में हजारों श्रद्धालुओं की जान चली गई।