बिधूना/औरैया। प्राइवेट कोचिंग एवं कम्प्यूटर सेन्टर संचालकों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर रोजगार बहाल कराने के साथ ही लॉकडाउन अवधि का किराया माफ किए जाने की मांग रखी है। गौरतलब हो कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार हुए कोचिंग संचालकों एवं कंप्यूटर सेंटर मालिकों व्यवसाय बंद होने से घर की माली हालत खस्ता हो गई है और परिवार भुखमरी की कगार पर हैं।
आज बिधूना क्षेत्र के प्राइवेट घरों में ट्यूशन पढाने वाले शिक्षकों, कोचिंग संचालकों, कम्प्यूटर सेन्टर मालिकों की एक आवश्यक बैठक नगर के एक मान्टेसरी स्कूल में सम्पन्न हुई जिसमें 22 मार्च से बराबर व्यवसाय बन्द होने को लेकर गम्भीर विचार विमर्श हुआ और तीन सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी को सम्बोधित एक ज्ञानवर्धक उपजिलाधिकारी बिधूना राशिद अली को प्रतिनिधिमण्डल द्वारा सौंपा गया।
जिसमें कोचिंग व्यवसाय को कोविड -19 की गाइडलाइन के अनुरुप खोले जाने, लोकडाउन अवधि का गुजारा भत्ता या वैकल्पिक तौर पर रोजगार दिए जाने, तथा लोकडाउन अवधि का किराया माफ किए जाने की मांग रखी गयी। बैठक में अरविन्द कुमार, ध्यान सिंह शाक्य, मधुकुर राजपूत, संदीप भदौरिया, सतेंद्र पाल, राजवीर, जितेंद्र पाल, घनश्याम सिंह, प्रदीप राजपूत आदि उपस्थित रहे। बिधूना कोचिंग एशोसिएशन की अगली बैठक 25 अगस्त को दिन के 11 बजे आहूत की गयी है। उक्त जानकारी ध्यानसिंह शाक्य ने बताया कि अगली बैठक में तहसील क्षेत्र के सभी कोचिंग संचालकर, अध्यापक एवं कम्प्यूटर सेन्टर संचालक आमंत्रित हैं।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर