लखनऊ। भाजपा के पूर्व सहयोगी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने रविवार को भाजपा के भविष्य में गठबंधन से इंकार करते आरोप लगाया कि वहां पिछड़े वर्ग के नेताओं की हालत गुलामों जैसी है। राजभर ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी यदि उन्हें न्योता देंगे तब भी वह उनसे नहीं मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि 2017 विधानसभा चुनाव से पहले राजभर की पार्टी ने भाजपा से गठबंधन किया था और उन्हें भाजपा ने आठ सीटें दी थीं, जिनमें चार सीटों पर राजभर समेत उनकी पार्टी के उम्मीदवार जीते थे। राजभर को योगी सरकार में मंत्री भी बनाया गया लेकिन कुछ माह बाद ही भाजपा से उनकी दूरी बढ़ती गई और अंत में उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया।
हाल ही में भाजपा और सुभासपा के बीच गठबंधन की अटकलें तेज हो गयी हैं, जिन्हें खारिज करते हुए राजभर ने दो टूक कहा, ‘हम भाजपा के किसी नेता के संपर्क में नहीं हैं और अब तक भाजपा के किसी नेता ने मुझसे संपर्क भी नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार में मौर्य की ना सिर्फ उपेक्षा की गई है बल्कि उत्तर प्रदेश राज्य सचिवालय से उनका नेमप्लेट भी उखाड़ कर फेंक दिया गया। उन्होंने कहा कि फ़िलहाल वो भागीदारी संकल्प मोर्चा को मजबूत बनाने में जुटे हैं। उन्होंने दावा किया है कि प्रसपा नेता शिवपाल यादव व भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर आजाद आने वाले समय में इस मोर्चा का हिस्सा होंगे।