कांग्रेस-सपा में गठबंधन के बाद से अमेठी-रायबरेली की 10 सीटों पर फंसे पेंच का मामला साफ हो गया है। इन दोनों ही जिलों में अब कांग्रेस ही अपना प्रत्यासी चुनाव मैदान में उतारेगी।
गायत्री का टिकट कटा:
सपा-कांग्रेस के इस साझा फैसले के तुरंत बाद ही अमेठी से सपा के गायत्री प्रजापति का टिकट कट गया,गौरतलब हो कि अमेठी राहुल तो रायबरेली सोनिया गांधी की लोकसभा सीट है।इसलिए कांग्रेस शुरू से ही यहाँ अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने की इच्छुक थी।पहले सपा ने दोनों ही जगहों से पांच कैंडिडेट्स का उतारने का एलान किया था।
प्रियंका के दखल से सुलझा मामला:
काफी हाँ ना के बाद प्रियंका गांधी के दखल के बाद ही कांग्रेस-सपा का गठबंधन सम्भव हो पाया। इसके पूर्व सपा अमेठी और रायबरेली की सीटों के लिए अपने पांच उम्मीदवारों का एलान कर चुकी थी। गठबंधन के बाद भी सपा के किसी कैंडिडेट ने इन सीटों से नाम वापस नहीं लिया था। इसको लेकर कांग्रेसी नाराज चल रहे थे। पहले ऐसी चर्चा थी कि कांग्रेस 6 और सपा 4 सीटों पर तैयार हो सकती है। लेकिन कांग्रेस के स्थानीय नेता अमेठी और गौरीगंज की सीटें सपा को देने से नाराज थे।
काम न आई पहुँच:
विगत दिनों समाजवादी पार्टी के अंदर मचे अंदरूनी घमासान के बाद गायत्री की सीट को अपनी प्रतिष्ठा बना कर बैठे नेता जी की नजदीकी भी गायत्री को फायदा ना पहुंचा सकी।सुल्तानपुर की रैली में भी गायत्री सीएम अखिलेश यादव के साथ मंच पर नजर आए थे।
अमिता सिंह लड़ेगी चुनाव:
कांग्रेस शुरू से ही इस सीट पर अपना दावा कर रही थी।पार्टी ने पुराने नेता और राज घराने के सदस्य संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह लड़ेंगी इस सीट से चुनाव।अमेठी और रायबरेली की सीटों पर चौथे और पांचवे फेज में वोटिंग होनी है।