Breaking News

विद्यार्थियों को अपने मूल संस्कृति से जोड़ना भी समय की मांग है- प्रो मंजुला उपाध्याय

लखनऊ। आज नवयुग कन्या महाविद्यालय में अभिभावक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती को दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अभिभावक-शिक्षक बैठक, जिन्हें अभिभावक-शिक्षक सम्मेलन के रूप में भी जाना जाता है, ऐसे सत्र हैं जहां माता-पिता और शिक्षक छात्र की शैक्षणिक प्रगति, व्यवहार और समग्र विकास पर चर्चा करते हैं।

विद्यार्थियों को अपने मूल संस्कृति से जोड़ना भी समय की मांग है- प्रो मंजुला उपाध्याय

इस सत्र का आयोजन महाविद्यालय की छात्राओं के समग्र विकास और शैक्षणिक सफलता को सुनिश्चित करने के लिए माता-पिता और शिक्षकों के बीच सहयोग की शक्ति में दृढ़ता से विश्वास करते हुए अभिभावक तथा शिक्षकों के बीच खुले संचार को बढ़ावा देने, संबंध बनाने और एक सहायक शैक्षिक वातावरण बनाने में हेतु किया गया।

छात्राओं एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने बच्चों के जीवन में अनुशासन, समय प्रबंधन का विद्यार्थी जीवन में महत्व पर प्रकाश डाला। बच्चों के व्यक्तित्व के विकास में कॉलेज के साथ ही परिवार का योगदान अति आवश्यक है।

Please watch this video also 

आधुनिक युग में जब तकनीक हमारे जीवन में सबसे ज्यादा भूमिका निभा रही है, ऐसे में अपने बच्चों को रोकना टोकना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।ताकि बच्चों को अनावश्यक भटकाव से बचाया जा सके। साथ ही कॉलेज में होने वाली गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं के द्वारा छात्राओं के सर्वांगीण विकास में सहायक है। जिससे स्किल डेवलपमेंट किया जा सके। अपने अधिकारों के साथ कर्तव्यों के प्रति जागरूक होना जरूरी है।

प्राचार्या ने कहा कि बदलते समय में विद्यार्थियों को अपने मूल संस्कृति से जोड़ना भी समय की मांग है। जिसके लिए महाविद्यालय प्रतिबद्ध है तथा नई शिक्षा नीति के विषय पर भी प्रकाश डाला। छात्राओं की महाविद्यालय में अनिवार्य उपस्थिति सत्र का मुख्य मुद्दा रहा। प्राचार्या प्रो मंजुला उपाध्याय ने पैरेंट टीचर एसोसिएशन बनाने का सुझाव प्रस्तुत किया।

जिससे पैरेंट्स की आवाज को बाल प्राप्त हो और वह अपनी समस्याएं महाविद्यालय प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत कर सके। जिस से महाविद्यालय अपनी नेक की तैयारी को आगे बढ़ा पाए। जिसमें निम्न अभिभावकों शिखा, संतोष सिंह, प्रेम कुमार, महावीर प्रसाद वर्मा ने आगे बढ़ कर अपना नाम दिया।

विद्यार्थियों को अपने मूल संस्कृति से जोड़ना भी समय की मांग है- प्रो मंजुला उपाध्याय

पैरेंट टीचर एसोसिएशन का निर्माण भविष्य में महाविद्यालय में किया जाएगा।इसके बाद अभिभावकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जिसमे उन्होंने अपने सुझाव दिए। और महाविद्यालय की वर्षों से चली आ रही अनुशासन और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की परंपरा की सराहना की। अभिभावकों ने फीडबैक फॉर्म भर कर अपने अन्य सुझाव भी दिए। जिन्हें संज्ञान में लेते हुए महाविद्यालय में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

मंच का सफल संचालन डॉ विनीता सिंह ने किया। कार्यक्रम में पैरेंट टीचर समिति के सभी सदस्य, महाविद्यालय की सम्मानित प्रवक्तागण, भारी संख्या में छात्राओं एवम अभिभावकों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान किया।

About Samar Saleel

Check Also

ऐश्वर्या-अभिषेक के तलाक की अफवाहों के बीच बिग बी का ट्वीट वायरल, एक शब्द ने मचाई हलचल

ऐश्वर्या और अभिषेक इन दिनों अपने तलाक की अफवाहों की वजह से सुर्खियों में है। ...