यह कोरोना के विरुद्ध जंग का अगला चरण है। अनलॉक टू ने परिस्थियां बदली है। कोरोना संक्रमण की समस्या बढ़ी है। इसी के साथ संचारी रोगों व बाढ़ की भी समस्या है। आपदा प्रबंधन के इस अगले चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनपदों में चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे है। पहले योगी ने काशी,अयोध्या, गोंडा,बलरामपुर आदि मण्डलों व जनपदों की व्यवस्था स्वयं जाकर देखी थी। यहां उन्होंने बढ़ते संक्रमण के दृष्टिगत निर्देश दिए थे।
इसी क्रम में उन्होंने एक बार फिर अयोध्या, गोरखपुर,आजमगढ़ मण्डल के बाद वाराणसी मण्डल के जनपदों की समीक्षा की। इसमें उन्होंने कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने पीड़ितों की चिकित्सा संचारी रोगों व बाढ़ नियंत्रण और गरीबों को राशन वितरण कार्यों की जानकारी प्राप्त की,साथ ही व्यवस्था में अधिक सुधार के निर्देश भी दिए। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत नवम्बर तक निःशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था है। योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में इसका समुचित संचालन जारी रखने का निर्देश दिया। इसके पर्यवेक्षण के लिए लोकल स्तर पर अधिकारी तैनात किये जायेंगे। प्रदेश सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढाने का भी कारगर प्रयास कर रही है।
इसके अंतर्गत प्रवासी व निवासी दोनों को कार्य उपलब्ध कराया जा रहा है। मनरेगा में प्रदेश में रिकॉर्ड कार्य हुआ है। पैसठ लाख मानव दिवस सृजित हुए। प्रदेश में चालीस लाख कामगार श्रमिक आए थे। जिनकी सकुशल घर वापसी सुनिश्चित की गई। दस हजार ऋण की योजना से वेण्डरों को लाभ दिलाया गया। मुख्यमंत्री ने ठीक कहा कि वाराणसी एक महत्वपूर्ण मण्डल है। यहां की व्यवस्थाओं से आवश्यकता पड़ने पर पूर्वांचल के अन्य जनपदों को भी लाभ मिलता है। संक्रमण रोकने के लिए काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग व डोर टू डोर सर्वे पर योगी ने विशेष जोर दिया। प्रभावी सर्विलांस से इंसेफ्लाइटिस जैसी घातक बीमारी में नब्बे प्रतिशत तक कमी आयी हैं।
प्रत्येक जिले में हजारों की संख्या में एण्टीजन किट दी गई है। उनसे जांच की जा रही है। सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राइवेट अस्पताल आदि स्थलों पर बूथ बनाकर कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों का व्यापक एण्टीजन टेस्ट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कॉविड नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के प्रति सख्ती से इंफोर्समेंट करें। दो गज की दूरी मास्क जरूरी का अनुपालन किया जाए।इसके अलावा मिनी लॉक डाउन में व्यापक स्तर पर स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का अभियान जारी रहेगा।