बिधूना। विकास खंड ऐरवाकटरा के गांव किल्लामपुर में बने बारात घर में गांव के दबंग व्यक्ति द्वारा भूसा व लहसुन भर ताला डालकर अवैध कब्जा कर लिया गया है। यही नहीं दबंग द्वारा वहां पर लगे बोर्ड व शिलापट को भी हटा दिया गया है। जिससे वह बारात घर को अपना बता सके। 2017 में तत्कालीन प्रधान की शिकायत पर एक बार बारात घर को खाली कराया जा चुका है किन्तु प्रधान के बदलते ही दबंग ने बारात घर पर फिर से कब्जा कर लिया गया है। ग्रामीणों ने बारात घर को दबंग व्यक्ति के कब्जा से मुक्त कराये जाने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार जिला स्तरीय अधिकारियों के प्रयास से विकास खंड ऐरवाकटरा की ग्राम पंचायत दोवा माफी के मजरा किल्लामपुर में गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा जनहित में एक बारात घर का निर्माण कराया गया था। कुछ समय बाद ही उक्त बारात घर पर गांव के ही एक दबंग व्यक्ति द्वारा भूसा, लहसुन व गेंहू आदि अन्य सामान भर ताला डालकर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया था। वर्ष 2017 में तत्कालीन प्रधान शान्ती देवी व राजवीर सिंह आदि ने कब्जा मुक्त कराने को जिलाधिकारी आदि को शिकायती पत्र दिया था। जिसके बाद रातों-रात बारात घर खाली कराके तत्कालीन प्रधान को चाबी सौंप दी गयी थी।
ग्रामीणों का आरोप है का पिछले चुनाव में ग्राम पंचायत के प्रधान के बदलने के बाद दबंग ने वर्तमान प्रधान से बारात घर की चाबी ले ली। उसके बाद उसमें भूसा, लहसुन व गेंहू आदि भर उसमें ताला लगाकर न केवल अवैध कब्जा कर लिया गया है। बल्कि बारात घर में लगे बोर्ड व शिलालेख को भी हटा दिया गया है। यही नहीं बारात घर के बाहर लगे हैंडपंप में भी सबमर्सिबल डाल रखी है। ऐसा कर दबंग द्वारा यह दर्शाया जा रहा है कि यहां पर बारात घर नहीं बल्कि उसका निजी भवन है।
आरोप है कि ग्रामीण जब इसकी शिकायत ब्लाक के अधिकारियों से करते हैं तो वह गांव जाकर केवल खानापूर्ति करके वापस चले आते हैं। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान किल्लामपुर की ओर दिलाते हुए मांग की है कि वह जनहित व गरीब जनता के उपयोग के लिए बारात घर को अतिशीघ्र कब्जा मुक्त करवायें।
ग्रामवासी ऋतिक यादव ने बताया कि जिले के अधिकारियों के निर्देश पर उनके गांव किल्लामपुर के गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा एक बारात घर का निर्माण कराया गया था। जिस पर गांव के मेहरबान सिंह ने भूसा, गेहूं व लहसुन भरकर अवैध कर रखा है। बताया कि वह बोरिंग में सबमर्सिबल डाल पानी का निजी उपयोग कर रहे हैं। बारात भवन में लगे शिलापट को भी हटा दिया है। इसका मेरे पास प्रमाण है। बताया कि 2017 में तत्कालीन प्रधान शान्ती देवी व राजवीर सिंह ने जिलाधिकारी से शिकायत कर इसे कब्जा मुक्त कराया था। लेकिन गांव का प्रधान बदलते ही उन्होंने भूसा, गेहूं व लहसुन भरकर बारात घर में फिर से अवैध कब्जा कर लिया है।
कहा कि यह बारात घर किसी व्यक्ति विशेष को कब्जा के लिए नहीं बनवाया गया था। यह जनहित के कार्यों व गांव के गरीबों के उपयोग के लिए बनवाया गया है। कहा कि इसकी शिकायत ब्लाक से लेकर जिला स्तर तक की जा चुकी है। आरोप लगाया कि जो भी जांच हेतु आता है उसे वह निजी सम्पत्ति बता व पैसा देकर अपने पक्ष में कर लेता है। कहा कि वह अवैध कब्जे शिकायत जिलाधिकारी से लेकर शासन तक करेंगे, हरहाल में बारात घर को कब्जा मुक्त कराके रहेंगे।
ग्रामवासी राजवीर सिंह ने कहा कि उनके गांव किल्लामपुर में एक बारात घर बना है, जो सरकारी भवन है और जनहानि व सार्वजनिक उपयोग के लिए है। बताया कि उक्त बारात घर पर गांव के ही मेहरबान सिंह ने भूसा गेहूं व लहसुन भर ताला डालकर अवैध कब्जा कर लिया है। बताया कि 2017 में शान्ती देवी के प्रधान रहते उन्होंने शिकायत कर उक्त बारात घर को खाली कराया था। किन्तु पिछले चुनाव में प्रधान बदल जाने के बाद मेहरबान सिंह ने बारात घर पर फिर से कब्जा कर लिया है। उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाते हुए बारात घर को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी शिव गोविंद सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत दोवा माफी के मजरा किल्लामपुर में बने बारात घर में भूसा व लहसुन भरे होने के साथ बंद रहने की शिकायत मिली है। इसकी जांच करायी जा रही है और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अवैध कब्जा हटवाया जायेगा। कहा कि गांव के लोग बारात घर का उपयोग केवल जनहित के कार्य में करेंगे।
रिपोर्ट – राहुल तिवारी/संदीप राठौर चुनमुन