औरैया। स्वच्छ वायु में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बढ़ती दिलचस्पी के बाद और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए और प्रयास करने की आवश्यकता पर बल देते हुए, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 सितंबर को नीले आसमान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के रूप में नामित किया था। इस वर्ष की थीम “द एयर वी शेयर” वायु प्रदूषण की सीमा पार प्रकृति पर केंद्रित है, जिसमें सामूहिक जवाबदेही और कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
इसी थीम पर आधारित जनपद के तिलक इंटर कॉलेज में वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस वाद विवाद प्रतियोगिता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा काजल सोनकर को प्रथम, आर्यन को द्वितीय व कनिका को तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव ने बताया की नीले आसमान के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के तहत समस्त जनपदों में 7 से 10 सितम्बर तक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। इस क्रम में गुरुवार को तिलक इंटर कॉलेज में वाद विवाद प्रतियोगिता में छात्र – छात्राओं ने इसपर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने बताया की हम सभी एक समान हवा में सांस लेते हैं,और एक वातावरण हम सभी की रक्षा और पोषण करता है। प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है जिसका मुकाबला करने के लिए हमें मिलकर काम करना चाहिए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आरसीएच नोडल डॉ शिशिर पुरी ने बताया कि नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय दिवस 7 सितंबर 2022 को ‘द एयर वी शेयर’ की थीम के तहत आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि शुद्ध वायु हमारे लिए अमृत है। इसको पाने के लिए हमें अपना गगन नीला रखना होगा। अशुद्ध वातावरण से होने वाली बीमारी के बोझ में वायु प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार है। यह दुनिया भर में मृत्यु और बीमारी के मुख्य परिहार्य कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण कोई राष्ट्रीय सीमा को नहीं पहचानता है। इसके अलावा, यह जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि, प्रदूषण के अन्य रूपों, सामाजिक और लैंगिक समानता के साथ आर्थिक विकास जैसे अन्य वैश्विक संकटों से भी गंभीरता से जुड़ी हुई है।
नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा के अंतर्राष्ट्रीय दिवस का इतिहास
26 नवंबर 2019 को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा के 74वें सत्र की दूसरी समिति ने 7 सितंबर को “नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया। यह संकल्प सभी स्तरों पर जन जागरूकता बढ़ाने, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्यों को बढ़ावा देने, सुविधाजनक बनाने के महत्व और तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर