भारत ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र माने जाने वाले सियाचिन को पर्यटकों के लिए खोलने का फैसला लिया है, जिससे पाकिस्तान तिलमिला गया है। भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है और एक बार फिर से आंतरिक मामले में दखल देने की कोशिश की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने पर्यटकों के लिए सियाचिन खोलने के सवाल पर कहा कि भारत सियाचिन को कैसे पर्यटन के लिए खोल सकता है।
इतना ही नहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता फैसल ने यहां तक कह डाला कि सियाचिन एक विवादित क्षेत्र है, जिस पर भारत ने जबरन कब्जा किया है। हमने हमेशा भारत से अच्छा संबंध चाहा, लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला। मोहम्मद फैसल के बयान से पाकिस्तान की हताशा साफ दिख रही थी। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है और प्रोपगेंडा चला रहा है।
इसके अलावा मोहम्मद फैसल ने एक बार फिर कश्मीर राग अलावा और अनाप-शनाप बयानबाजी की। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि तीर्थयात्रियों के करतारपुर आने में भारत रुकावट पैदा कर रहा है। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने लंदन में रह रहे मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के नेता अल्ताफ हुसैन के भारतीय चैनल को दिए उस इंटरव्यू को लेकर गीदड़भभकी भी दी, जिसमें हुसैन ने भारत से शरण देने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इसको देख रहा है और इसका जवाब देगा।