गुरुवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईएसआईएस के तीन संदिग्ध आतंकियों को धर दबोचा था. अब खुफिया एजेंसियों से पूछताछ में इन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. इन गिरफ्तार आतंकियों को लोकप्रिय हिंदू नेताओं की हत्या करने की ‘सुपारी’ दी गई थी. इसके साथ ही इनसे सेना और पुलिस के अधिकारियों को भी अपने निशाने पर रखने को कहा गया था. गौरतलब है कि ये आतंकी तमिलनाडु से फरार चल रहे थे. इनके तीन साथी नेपाल भाग जाने में कामयाब रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों को राजधानी दिल्ली समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का कहर बरपाने के लिए भेजा गया था.
योजना बना कर करना था हमला
गौरतलब है कि नौ जनवरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद आईएसआईएस के तीन संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा था. पूछताछ के दौरान जफर नाम के एक आतंकी ने बताया कि वह तो अपनी शहादत देने के लिए यहां आया था. उसको यहां पर बड़े और लोकप्रिय हिंदू नेताओं की हत्या करने का लक्ष्य दिया गया था. बड़े नेताओं की जानकारी उसे शहर की दीवारों पर लगे पोस्टरों से जुटानी थी. इसके बाद पूरी योजना के साथ उनके ऊपर हमला किया जाता. उसने यह भी बताया कि उन्हें सेना और पुलिस के भर्ती कैंप की रेकी करने की भी जिम्मेदारी दी गई थी. उन्हें आकाओं (हैंडलर) की ओर से कहा गया था कि यदि कोई वर्दी पहने हुए बड़ा अधिकारी दिखे तो उसकी हत्या कर दो.
दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश को दहलाने की थी साजिश
खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक, इन तीनों आतंकियों की योजना देश के विभिन्न शहरों में बड़े हमले की थी. इसके अलावा आरएसएस के कई बड़े नेता भी उनके निशाने पर थे. अधिकारियों का कहना है कि पकड़े गए आतंकवादियों की उत्तर प्रदेश भी में बड़े हमले करने की साजिश थी. ऐसे में उत्तर प्रदेश एटीएस अब दिल्ली एटीएस से संपर्क में है. वह इन्हें अपने कब्जे में लेकर पूछताछ की तैयारी में है. इस बीच पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि आपस में बातचीत करने के लिए ये तीनों आतंकी ऐसे ऐप का इस्तेमाल करते थे कि कम्युनिकेशन खत्म होते ही टेक्स्ट अपने-आप डिलिट हो जाते थे. गिरफ्तार तीनों आरोपी तमिलनाडु से फरार थे. इनके तीन और साथी थे जो नेपाल भाग गए.