कोरोना वायरस की तीसरी लहर जल्द ही दस्तक दे सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में देश को तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल, कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और इसने जमकर तबाही मचाई है।
डब्ल्युएचओ की तरफ से डेल्टा स्ट्रेन को ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ में शामिल किया गया है. यह वेरिएंट सबसे पहले भारत (India) में ही पाया गया था. साथ ही इसे देश में दूसरी लहर (Second Wave) का भी जिम्मेदार माना जा रहा है.
पत्रकारों से बातचीत के दौरान स्वामीनाथन ने कहा, ‘अब फैल रहे वेरिएंट्स के कारण पूरी कोरोना वायरस स्तिथि गतिशील है.’ उन्होंने बताया, ‘अपनी विशेष रूप से बड़ी फैलने की शक्ति के चलते डेल्टा वेरिएंट विश्व में सबसे ज्यादा असर डालने वाला वेरिएंट बनने की राह पर है.’
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में टीकों, ऑक्सीजन, दवाओं, अस्पतालों में बिस्तरों की कमी होने की वजह से यह अधिक विनाशकारी बन गई, लेकिन थर्ड वेव में स्थिति इतनी खराब नहीं रहेगी। देश बेहतर तरह से इसे नियंत्रित करने में सक्षम होगा।
पहली की तुलना में दूसरी लहर देश के लिए ज्यादा घातक साबित हुई है। वहीं, केंद्र और राज्य सरकारों ने भी थर्ड वेव के जल्द आने की आशंका के बीच तैयारियां तेज कर दी हैं।