लखनऊ। श्री शिव श्याम मंदिर समिति के तत्वधान में छावनी क्षेत्र के हाता रामदास सदर स्थित शिव श्याम मंदिर के प्रांगण में चल रहे श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान प्रदेश सरकार से *गौ माता को राज्यमाता* का दर्जा दिए जाने की मांग की गई। 28 जनवरी से 3 फरवरी तक चलने वाले एक सप्ताह के इस कार्य क्रम के दौरान प्रथम सत्र में विद्वत्त ब्राह्मणों द्वारा सभी देवी देवताओं का आह्वन करते हुए प्रात: नव ग्रह शान्ति पाठ एवं महालक्ष्मी महायज्ञ संपन्न किया गया। द्वितीय सत्र में प्रतिदिन श्रीमद भागवत कथा के पाठ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय (गुरू जी) ने बताया कि भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के मुख्य यजमान परमेश मित्तल, स्मिता मित्तल, कृष्णा मित्तल और केशव मित्तल ने प्रतिदिन विधि विधान से भागवत कथा और ज्ञान यज्ञ में भाग लिया।
कार्यक्रम की मुख्य सेवा संजय टेंट हाउस के संजय और टिंकर को सौंपी गयी थी। इसके अलावा जवाहर लाल बनौधा, विवेकानंद पाठक, संतोष कुमार, कमल अग्रवाल, राजेन्द्र अग्रवाल, कथावाचक देवेश अवस्थी, सुरेश सिंह, महेश अग्रवाल और सुरेश चौरसिया आदि ने भी पूरे मनोयोग से अपनी सेवाओं के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।
गुरूवार (4 फरवरी ) को पूर्णाहुति और भागवत कथा के समापन कार्यक्रम में व्यास गद्दी से प्रवचन करते हुए नैमिषारण्य से पधारे मुख्य कथा व्यास सुधीर कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के पालक पिता नंन्द बाबा के पास नौ लाख गाय थीं। नंन्द बाबा का पूरा जीवन गौ सेवा करते हुए बीता। भगवान श्रीकृष्ण को गौ सेवा का लाभ बाल्यावस्था से ही प्राप्त हुआ था। शास्त्री जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि गौ माता और धरती माता धैर्य और जगतपालक का प्रतीक हैं। भागवत में गौ माता को विशेष स्थान प्राप्त है।
वैज्ञानिक ढंग से भी उपयोगी हैं गऊ माता
शास्त्री जी ने गौ माता के महत्व को वैज्ञानिक ढंग से प्रतिपादित करते हुए कहा कि इस दुनिया में मनुष्यों को दैहिक, दैविक और भौतिक आदि तीन तरह के संताप (कष्ट) होते हैं। गौ माता की कृपा से इन तीनों ही कष्टों का निवारण आसानी से हो जाता है। गऊ की सेवा से इस भौतिक युग में धन धान्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा जिन घरों में गौ पालन और गौ सेवा होती है, उन घरों के लोगों से शारीरिक कष्ट दूर ही रहते हैं। शास्त्री जी ने अपने प्रवचन में कहा कि शास्त्रों के अनुसार गौ माता में सभी देवी देवताओं का वास होता है। इस लिए गऊ की सेवा करने वालों को इन देवी देवताओं का आशीर्वाद सहज ही प्राप्त हो जाता है।
इस अवसर पर कथा व्यास सुनील कृष्ण शास्त्री, संयोजक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय और लोक परमार्थ सेवा समिति के मुख्य सेवक लालू भाई आदि ने इस प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ से मांग करते हुए कहा है कि गायों के कल्याण के लिए उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्यमाता का दर्जा दिया जाना चाहिए। इसके अलावा सार्थक कानून बना कर गौ माता के कल्याण और देखभाल की योजनाएं बनाई जानी चाहिए।