विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की राजनीति बेहद अहम मोड़ से गुजर रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद से ही नाराज चल रहे कांग्रेस नेता सचिन पायलट का सब्र अब खत्म हो गया है। वह आज से जयपुर के शहीद स्मारक में अनशन पर बैठने जा रहे हैं।
सचिन पायलट के अनशन शुरु करने से पहले राज्य में पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इसे पार्टी विरोधी कदम बताया है। रंधावा ने सोमवार देर रात बयान जारी कर कहा, ‘सचिन पायलट का दिन भर का अनशन पार्टी के हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर अपनी ही सरकार के साथ उनकी कोई समस्या है तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी के प्लेटफॉर्म पर चर्चा की जा सकती है।
मैं पिछले पांच महीनों से एआईसीसी प्रभारी हूं, लेकिन पायलटजी ने इस मुद्दे पर कभी भी मुझसे चर्चा नहीं की। मैं उनके साथ संपर्क में हूं और अभी भी उनसे शांतिपूर्ण ढंग से बातचीत की अपील करता हूं। क्योंकि वह नर्विविाद रूप से कांग्रेस पार्टी के एक मजबूत स्तंभ हैं।’
हालांकि, अनशन से पहले ही कांग्रेस ने इस पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इसे पार्टी विरोधी कदम बताया है।