औरैया। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने मंगलवार को अजीतमल मंडी परिसर में स्थित धान क्रय केंद्रो का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने केंद्र पर उपलब्ध सभी उपकरणों का निरीक्षण किया। उन्होंने मंडी में स्थित भारतीय खाद्य निगम एवं नेफेड के एक-एक क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। भारतीय खाद्य निगम के क्रय केंद्र पर जिलाधिकारी ने जानकारी ली जिस पर क्रय केंद्र प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि अब तक 74 किसानों से 3328 कुन्तल धान खरीद की गयी है। निरीक्षण के दौरान मौके पर चिटकापुर के सुरेश चन्द्र धान तौलाते हुये मिले। जानकारी करने पर क्रय केंद्र प्रभारी ने बताया कि आज तीन और किसानों के धान खरीद की जानी है।
इसके बाद जिलाधिकारी ने नेफेड के द्वारा बनाए गए धान क्रय केंद्र का भी निरीक्षण किया जहां पर मौजूद साफर निवासी किसान नरेंद्र कुमार ने बताया कि नेफेड द्वारा उन्हें आज का टोकन दिया गया था, परंतु क्रय केंद्र प्रभारी द्वारा धान की खरीद नहीं की जा रही है। इस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताते हुये क्रय केंद्र प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा जिस पर क्रय केंद्र प्रभारी ने बताया कि क्रय केंद्र पर पहले से काफी धान मौजूद है।धान रखने की जगह ना होने के कारण और अधिक धान की खरीद सम्भव नहीं हो पा रही है।
इस पर जिलाधिकारी ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि जिस भी किसान को जिस दिन का टोकन दिया जाए उस किसान से उसी दिन धान खरीदा जाए। क्रय केंद्र पर मौजूद धान को जल्द से जल्द गोदाम पहुंचाया जाए जिससे कि केंद्रों पर जगह मौजूद रहे। आगे से इस तरह की कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए अन्यथा संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने क्रय केंद्र प्रभारी को फटकार लगाते हुये कहा कि जल्द से जल्द व्यवस्था कर किसान से धान खरीदा जाये। आगे से इस तरह की कोई भी लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कांटे के संबंध में जायजा लेते हुए केंद्र पर संचालित पंखे के संबंध में निर्देशित किया। कहा कि उसको ठीक से संचालित कराएं, ताकि धान खरीद जारी रह सके। डीएम ने केंद्र पर उपलब्ध नमी मापक यंत्र सहित सभी यंत्र से चालू रूप में रखने के निर्देश दिए उन्होंने डिप्टी आरएमओ से कहा कि धान को सुखी जगह पर रखा जाए। बारिश से धान खराब नहीं होना चाहिए अन्यथा लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान केंद्र पर उपलब्ध अभिलेखों का निरीक्षण करते हुए डीएम ने संबंधित को निर्देशित किया कि रिजेक्शन होने की स्थिति में उसको एक रिजेक्शन रजिस्टर में सभी विवरण के साथ दर्ज करके रखें। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रतिदिन किसानों से संपर्क करके उसका विवरण संपर्क विवरण पंजिका में दर्ज करके रखा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को केंद्र पर यथासंभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं और धान की नियमानुसार खरीद की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए। डीएम के निरीक्षण के समय उपजिलाधिकारी व जिला खाद्य विपणन अधिकारी समेत अन्य संबंधित कर्मचारी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर