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कोरियन भाषा से शैक्षिक अनुभव के साथ रोजगार के मिलेंगे अवसर- डॉ जीके थपलियाल

• एमओयू के सहयोग से विकास की दिशा में अग्रसर होंगे भारत व कोरिया: डॉ जेना चुंग

• स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय एवं इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर के मध्य हुआ अनुबंध ज्ञापन

• स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में इसी सत्र से सिखाई जाएगी कोरियन भाषा

लखनऊ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ एवं इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर (आईकेबीसीसी) ने मिलकर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और अकादमिक उत्कृष्टता में वृद्धि के उद्देश्य से अनुबंध ज्ञापन को औपचारिक रूप प्रदान कर एक ऐतिहासिक मील का पत्थर स्थापित किया है।

कुलपति सभागार में आयोजित अनुबंध ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति मेजर जनरल डॉ जीके थपलियाल ने इस सहयोगात्मक प्रयास के गहन महत्व को रेखांकित करते हुए दोनों संस्थानों के लिए इसके पारस्परिक लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय और इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर के बीच कोरियन और हिंदी भाषा के माध्यम से शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान प्रदान के साथ साथ अनुसंधान गतिविधियां, छात्रों और संकाय के लिए विनिमय कार्यक्रम और शैक्षिक कार्यक्रमों का संचालन किया जाएगा।

कोरियन भाषा से शैक्षिक अनुभव के साथ रोजगार के मिलेंगे अवसर- डॉ जीके थपलियाल

इसके अतिरिक्त इस अनुबंध का उद्देश्य भारत और कोरिया के बीच बेहतर शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय में कोरियाई भाषा पाठ्यक्रम प्रारम्भ कर छात्रों के शैक्षिक अनुभव और उनके करियर की संभावनाओं को बढ़ाया जाएगा। इसके सहयोग से संकाय और छात्रों को अनुसंधान, शैक्षणिक उत्कृष्टता में संलग्न होने का अवसर मिलेगा।

कोरियाई कंपनियों में कार्यक्रम तथा सांस्कृतिक आदान प्रदान और रोजगार के भरपूर अवसर प्रदान होंगे। विश्वविद्यालय में इसी सत्र से कोरियन भाषा सिखाई जाएगी। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के मंत्र द्वारा अपने विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन कर रहा है ताकि वह दक्ष बनकर देशहित में अपनी योग्यता से कार्य कर सकें। उन्होंने भारत एवं कोरिया के संबंधों को मजबूती प्रदान करने की दिशा में साथ मिलकर कार्य करने का संकल्प दिलाया।

स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय एवं इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर के मध्य एमओयू होने पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ शल्या राज ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय एवं इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर संयुक्त रूप से शैक्षिक उत्कृष्टता हेतु कार्य करेंगे।

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इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर की संस्थापक एवं निदेशक डॉ जेना चुंग ने एमओयू होने पर स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज विश्व एक परिवार के रूप में विकसित हो रहा है, और भारत देश प्राचीन देश होने के साथ विख्यात सांस्कृतिक इतिहास सहित युवाओं का देश है।

उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का परिसर पूरे भारतीय संस्कृति का संगम है, यह अपने राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन द्वारा विशेष रूप से दोनो देशों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों का ज्ञान वर्धन होगा, जिससे विकास की दिशा में भारत व कोरिया अग्रसर होंगे।

उन्होंने एमओयू के तहत परिकल्पित संयुक्त गतिविधियों के विविध आयामों के विषय में विस्तार से चर्चा की। जिसमें सहयोगात्मक भाषा, अनुसंधान, छात्र और संकाय विनिमय और शैक्षिक कार्यक्रमों का संयुक्त विकास सम्मिलित है। डॉ जेना चुंग ने विश्वास व्यक्त किया कि यह एमओयू दोनों संस्थानों के शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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एमओयू हस्ताक्षर समारोह में स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के कुलसचिव ग्रुप कैप्टन मोहम्मद याकूब और इंडो कोरिया बिजनेस कल्चर सेंटर की संस्थापक एवं निदेशक डॉ जेना चुंग ने औपचारिक समर्थन किया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति डॉ अभय शंकर गौड़ा, प्राचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज डॉ मनोज कपिल, ललित कला संकाय के प्राचार्य डॉ पिंटू मिश्रा, डॉ श्रवण कुमार, प्रो एके त्यागी, भाषा विभागाध्यक्ष डॉ सीमा शर्मा, विभागाध्यक्ष बुद्धिस्ट स्टडीज डॉ चन्द्रकीर्ति, डॉ रफत खानम आदि इस कार्यक्रम के साक्षी बने।

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