हाल ही में हुई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि आप बचपन में कितना मीठा खाते हैं, अडल्ट होने पर आपका मोटापा इस बात पर निर्भर करता है। जर्नल इकनोमिक्स ऐंड ह्यूमन बायॉलजी में छपी रिसर्च में यह बात सामने आई कि मोटापा फैलने में चीनी सबसे बड़ा फैक्टर है। बच्चों को अगर हाई शुगर डायट दी जाए तो बड़े होकर उन्हें मोटापे की समस्या हो सकती है।
बच्चों के चॉकलेट खाने से केवल नुकसान ही नहीं होते, बल्कि कई तरह के फायदे भी होते हैं, जो बच्चों के विकास में मददगार होते हैं।
चॉकलेट में पाया जाने वाला एंडोर्फिन लोगों का मूड अच्छा करता है और उनमें खुशी की भावना पैदा करता है।
चॉकलेट मे फ्लेवोनोल्स होता है, जो बच्चे के मस्तिष्क के विकास में सहायक होता है और उसे तेज करता है।
चॉकलेट में पाया जाने वाला फ्लेवेनॉल्स ब्लड क्लॉटिंग यानी खून के थक्के बनने से रोकता है। साथ ही यह ब्लेड सर्कुलेशन में सुधार लाता है। हमारा हृदय भी ठीक से कार्य करता है।
कोशिकाओं की मरम्मत, बैड कोलेस्ट्रॉल कम मरे
चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते हैं, जो कोशिकाओं की मरम्मत में मददगार होते हैं।
चॉकलेट बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मददगार होती है।