कानपुर। शिक्षक दिवस पर काली पट्टी बांधकर शिक्षक शिक्षिकाओं ने किया विरोध प्रदर्शन।’ स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के प्रबंधकों द्वारा शिक्षकों के लगातार हो रहे अपमान व शोषण से क्षुब्द्ध शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के कालेजों में काला दिवस मनाया। उच्च शिक्षा उत्थान समिति कानपुर मंडल के शिक्षकों नें विश्वविद्यालय में भारी संख्या में पहुंचकर अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर कुलपति महोदय रजिस्टार , उप कुलसचिव से मिलकर विरोध जताया और गुलाब के पुष्प गुच्छ भेंट कर, शिक्षकों पर हो रहे अत्याचार, शोषण व नियम विरुद्ध किए जा रहे निष्कासन के प्रति अपने विरोध की आवाज अधिकारियों के सामने जोरदार ढंग से उठाई। कुलपति एवं रजिस्टर महोदय ने शिक्षकों के प्रति प्रबंधकों द्वारा किए जा रहे नियम विरुद्ध क्रियाकलापों की जानकारी होने व जो उनके अधिकार क्षेत्र में हैं उस पर उचित कारवाई करने का आश्वासन दिया। शिक्षक दिवस के विरोध के औचित्य पर इत्तेफाक रखते हुए सभी माँगों पर गंभीरता पूर्वक विधि सम्मत विचार करने का आश्वासन दिया।
लखनऊ धरने में अध्यक्ष जेपी सिंह ने स्वावित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षकों के शोषण का, प्रबंधको का हथियार, बने शासनादेशों की प्रतियां जलाईं और मांग की ,कि नई नियमावली बनाई जाए। 3-9-2017 से प्रारंभ धरना पांचवें दिन भी जारी रहा। अध्यक्ष जी ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने का समय न मिलने पर समिति 8-9-2017 से मजबूरन अनशन प्रारंभ कर देगी।
कुलपति महोदय ने कहा कि शासन नियमावली बनाए ,उसमें स्ववित्तपोषित कॉलेजों को जोड़ें तभी विश्वविद्यालय कुछ कर सकता है। संस्तुति के आधार पर अनुमोदन हस्तांतरण हो हम ऐसा प्रयास करेंगे।रजिस्टार महोदय ने कहा कि, ष्शिक्षकों की मांगे जायज हैं उनका शोषण हो रहा है उन्हें बंधुआ मजदूर बना कर रखा गया है यह सभी जानते है।
प्रभारी डॉ अनुराग सिंह ने कहा कि ष्सभी शिक्षकों से अपील है कि शिक्षक अपने सम्मान के प्रति सजग रहे और प्रबंधकों से बिना भयभीत हुए अपने अपमान के विरुद्ध एकजुट हों। हम शिक्षकों को उनका सम्मान जिसके वे हकदार हैं दिलाकर रहेंगे। महामंत्री पी एन शर्मा ने कहा कि ष्कानपुर मंडल के पदाधिकारियों व शिक्षकों को विश्वविद्यालय में काली पट्टी बांधकर विरोथ जताने और कुलपति महोदय को ज्ञापन देने हेतु धन्यवाद देते हैं। शिक्षक अपमान अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कार्यक्रम में अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, डॉ अनुराग सिंह, पी एन शर्मा, जितेंद्र तिवारी, डॉ अंजुला पांडे, डॉ देवेन्द्र सिंह, डॉ निधि शर्मा, डॉ निर्मल सिंह, डॉ संजीव तिवारी, मिसेज दुर्गेश शुक्ला आदि शिक्षक शिक्षिकाएं भारी संख्या में उपस्थित रहे।
रिपोर्टः डा. जितेन्द्र तिवारी