Breaking News

Rajya Sabha का चुनावी घमासान

आज यानी 23 मार्च को देश के 16 राज्यों की 58 Rajya Sabha सीटों पर चुनाव के लिए वोटिंग होगी।
वहीँ उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव दिलचस्प हो गया है। क्योंकि यहाँ उपचुनाव में समर्थन के बदले अखिलेश यादव मायावती को रिटर्न गिफ्ट देना चाहते हैं। लेकिन अखिलेश यादव की इस कोशिश में पेंच फंसता नजर आ रहा है।

Rajya Sabha सीट के लिए चुनावी गणित
दो विधायक के वोटिंग पर रोक

बता दें की विधायक मुख़्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं, जिन्हे वोट देने के लिए इलाहबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है।
वहीं दूसरी ओर फिरोजाबाद की जेल में बंद एसपी विधायक हरिओम यादव के वोट देने पर जिलाधिकारी ने रोक लगा दी है।
मुख्तार अंसारी की पार्टी का समर्थन बीएसपी को है. इस खबर को अखिलेश यादव और मायावती खेमे के लिए झटका माना जा रहा है।

अखिलेश के खेमे में राजा भैया, ये है एसपी के वोटों का गणित

उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के एक उम्मीदवार को जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत है। समाजवादी पार्टी के पास एक बागी को छोड़कर 46 विधायक हैं। राजा भैया और उनके करीबी विनोद सरोज अखिलेश के साथ हैं। यानी जया बच्चन को 37 वोट मिलने के बाद 11 वोट बच जाएंगे। जिनमे सपा को समर्थन करने वाले बीएसपी के 19, कांग्रेस के 7 और आरएलडी के 1 के एक विधायक हैं।

लेकिन अब मुख्तार अंसारी और हरिओम यादव की वोटिंग पर रोक के बाद अखिलेश खेमे के दो वोट कम हो गए हैं। इसी बीच बसपा विधायक अनिल सिंह का वोट संदिग्ध है। अगर अखिलेश खेमे का अब एक भी विधायक क्रॉस वोटिंग करता है तो मायावती के उम्मीदवार के लिए मुश्किल हो जाएगी।

बीजेपी के वोट का क्या गणित है?

मुख्तार अंसारी और हरिओम यादव पर कोर्ट का फैसला बीजेपी के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है। वोटों के गणित के हिसाब से 296 वोट के साथ बीजेपी के 8 उम्मीदवार जीत जाएंगे। 9वे उम्मीदवार के लिए बीजेपी के 15 वोट बच रहे हैं । वहीँ एनडीए की सहयोगी अपना दल के 9 वोट बीजेपी के साथ हैं।

ओपी राजभर की पार्टी भारतीय समाज पार्टी के भी 4 वोट का समर्थन मिल रहा है। निषाद पार्टी के विजय मिश्रा भी बीजेपी के साथ हैं। इनकी पार्टी का भी एक वोट बीजेपी के साथ है।

निर्दलीय अमनमणि त्रिपाठी भी बीजेपी के साथ हैं। एसपी के बागी नितिन अग्रवाल का वोट बीजेपी को मिलेगा। नौवें उम्मीदवार के लिए बीजेपी के पास 31 वोट हैं। बीजेपी को अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए अभी 6 वोट और चाहिए। ये तभी संभव है जब एसपी, बीएसपी, कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग हो।

इधर अखिलेश और मायावती खेमे के दो वोट कम होने से बीजेपी की उम्मीदें बढ़ गईं हैं। अब अगर विरोधी खेमे में क्रॉस वोटिंग होती है को इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा।

वोटिंग के लिए होगा खास तरह के पेन का इस्तेमाल

राज्यसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने एक खास किस्म के पेन के इस्तेमाल का निर्देश दिया है। इस पेन को कर्नाटक के मैसूर में स्थित मैसूर पेंट्स एवं वर्निश लिमिटेड ने तैयार किया है। पेन का रंग ग्रे होगा जबकी स्याही का रंग बैंगनी होगा।

पेन यूज एंड थ्रो और नॉन रिफिलेबल प्रकृति का होगा। हर एक पेन के लिए विशिष्ट क्रम संख्या होगी। पेन पर काले रंग से भारत निर्वाचन आयोग का नाम और लोगो भी छपा होगा। पेन की निब सील होगी जिसे कोई खोल न सके। बता दें साल 2016 में हरियाणा के राज्यसभा चुनाव में पेन की स्याही को लेकर विवाद हो गया था।

कैसे होता है राज्यसभा का चुनाव, ये भी समझिए

राज्यसभा संसद का उच्च सदन होता है, राज्यसभा राज्यों की परिषद है। यानी ये अप्रत्यक्ष रुप से जनता का प्रतिनिधित्व करती है। कोई भी बिल लोकसभा के साथ ही राज्यसभा में भी पास होना जरूरी है। राज्यसभा में बिल पास ना होने पर वो कानून नहीं बन पाता है।

राज्यसभा में कुल 233 सदस्य होते हैं जबकि राष्ट्रपति अधिकतम 12 सदस्य मनोनीत कर सकते हैं। इस तरह राज्यसभा में कुल 245 सदस्य होते हैं। राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 6 साल का होता है। इनमें से हर 2 साल में एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल खत्म होता है, इसलिए उतनी सीटों के लिए चुनाव होते हैं।

राज्यसभा के चुनाव की प्रक्रिया लोकसभा और विधानसभा चुनावों से अलग है। राज्यसभा के चुनाव में लोकसभा चुनाव की तरह आम आदमी वोट नहीं करता है। जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि यानी सिर्फ विधायक वोट करते हैं। इस चुनाव में विधायक प्राथमिकता के आधार पर वोट करता है। यानी विधायक को बताना होता है कि उम्मीदवारों में पहली पसंद कौन है।

रिपोर्ट-अरविंद शुक्ला

About Samar Saleel

Check Also

अहंकार जीवन को समाप्ति की ओर ले जाता है- पण्डित उत्तम तिवारी

अयोध्या। अमानीगंज क्षेत्र के पूरे कटैया भादी में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन ...