भारत ने BrahMos सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का राजस्थान के पोखरण में स्वदेशी सीकर के साथ परीक्षण करने में सफलता हासिल की। जिसके बाद भारत और ज्यादा शक्तिशाली हो गया है। गुरुवार सुबह लडा़कू विमान सुखोई-30 एमकेआइ से एक बार फिर दुनिया की सबसे तेज मिसाइल (सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल) ब्रह्मोस़ को दागा गया।
- जिसके बाद भारत जल, थल और नभ से मिसाइल दागने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया है।
- देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट भी किया है।
- रक्षा मंत्री ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल द्वारा लक्ष्य भेदने की तारीफ की है।
BrahMos से भारत की बढ़ी ताकत
सफल परीक्षण के बाद से भारत की ताकत और ज्यादा बढ गई
भारत के राजस्थान में पोखरण परीक्षण रेंज में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के परीक्षण गुरूवार को सुबह 8:42 पर पूरा हुआ।
- इस खास मौके पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट करते हुए इस मिसाइल के निशाने की तारीफ की है।
पिन प्वाइंट निशाना लगाने में सफल
उन्होंने ट्वीट किया कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने अपने निर्धारित टार्गेट पर पिन पॉइंट निशाना लगाया है। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ को बधाई दी है।
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद से भारत की ताकत और ज्यादा बढ गई है।
- ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल देश की ताकतवर मिसाइलों की सूची में शामिल है।
बढ़ाई जा सकती है क्रूज मिसाइल की दूरी
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की दूरी बढाई जा सकती है।
स्वदेशी सीकर के साथ यह कोई पहला परीक्षण नहीं है। अभी इससे तीन महीने पहले भारतीय वायु सेना के अग्रणी सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से पहली बार ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण हुआ था। ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की दूरी को करीब 400 किलोमीटर तक आसानी से बढ़ाया जा सकता है। भारत पिछले साल मिसाइल टेक्नॉलजी कंट्रोल रिजीम यानी कि एमटीसीआर का पूर्ण सदस्य बन गया था।
- ऐसे में एमटीसीआर का पूर्ण सदस्य बनने के बाद मिसाइल की दूरी बढ़ाने के लिए कुछ तकनीकी सीमाएं हटा दी गई हैं।
- इससे अब ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की दूरी आसानी से बढाई जा सकती है।
सुखोई लड़ाकू विमानों से जुड़ी ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल भारत-रूस द्वारा संयुक्त रूप से बनाई गई है। इसे भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी कि डीआरडीओ और रूस के एनपीओ मशिनोस्त्रोयेनिया ने संयुक्त रूप से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का निर्माण किया है।
- ब्रह्मोस मिसाइल भारत के सुखोई-30 लड़ाकू विमान पर तैनात अब तक का सबसे भारी हथियार है।
- वहीं अब आगे ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों को 40 सुखोई लड़ाकू विमानों में भी जोड़ने का काम काफी तेजी से हो रहा है।
- सुरक्षा के परिदृश्य में उठाए जा रहे इन कदमों को लेकर माना जा रहा है कि इससे भारतीय वायुसेना की जरुरतें आसानी से पूरी हो जाएंगी।