अंजलि ने मारी बाजी तो नंदिनी और यश दूसरे व तीसरे पायदान पर
औरया। अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के अंतर्गत शनिवार को ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर जन जागरूक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस दौरान औरैया शहर के गुलाब सिंह डिग्री कॉलेज में छात्र छात्राओं को वायु प्रदूषण के कारण बढ़ते स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूक किया गया और इस दौरान निबंध प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । बढ़ चढ़ कर सभी छात्र छात्राओं ने आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा अंजलि सिंह को प्रथम पुरस्कार , बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा नंदिनी को द्वितीय और बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र यश अग्निहोत्री को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में मौजूद अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं आरसीएच नोडल डॉ शिशिर पुरी ने छात्र छात्राओं सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ वायु में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बढ़ती दिलचस्पी के बाद और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए और प्रयास करने की आवश्यकता पर ज़ोर देने के लिए हर साल सात सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाया जाता है।
डॉ पुरी ने बताया कि नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय दिवस सात सितंबर 2022 को ‘द एयर वी शेयर’ की थीम के तहत मनाया गया। उन्होंने कहा कि शुद्ध वायु हमारे लिए अमृत है। इसको पाने के लिए हमें अपना गगन नीला रखना होगा। अशुद्ध वातावरण से होने वाली बीमारी के बोझ में वायु प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार है। यह दुनिया भर में मृत्यु और बीमारी के मुख्य परिहार्य कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण कोई राष्ट्रीय सीमा को नहीं पहचानता है। इसके अलावा, यह जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि, प्रदूषण के अन्य रूपों, सामाजिक और लैंगिक समानता के साथ आर्थिक विकास जैसे अन्य वैश्विक संकटों से भी गंभीरता से जुड़ी हुई है।
बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने 7 से 10 सितंबर 2022 तक जन जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित करने के लिए दिशा-निर्देश दिये गए थे। इस वर्ष की थीम “द एयर वी शेयर” वायु प्रदूषण की सीमा पार प्रकृति पर केंद्रित है। इस दौरान कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित अध्यापक व डॉ सरफ़राज़ और मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता अखिलेश कुमार मौजूद रहे।
यह है इतिहास – 26 नवंबर 2019 को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा के 74वें सत्र की दूसरी समिति ने सात सितंबर को “नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया। यह संकल्प सभी स्तरों पर जन जागरूकता बढ़ाने, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्यों को बढ़ावा देने, सुविधाजनक बनाने के महत्व और तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर