पुणे। 700 से अधिक एंजल निवेशकों के एंजल नेटवर्क फंडटॉनिक कंपनी की ओर से हाल ही में पुणे के बाणेर में पुणे स्टार्टअप मैराथान 2017 का आयोजन किया गया था। लगभग 250 स्टार्टअप, 100 मार्गदर्शक -निवेशकों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। नैनेश कपाडिया स्थापित स्केलमाईडस अँक्सिलरेटर कंपनी फंडटॉनिक के साथ बहुविध स्टार्टअप को जोडने का काम कर रही है। उन्होने अपने निवेश कार्यक्रम के अंतर्गत निवेश के लिए पुणे के दो स्टार्टअप को चुना है। इन में अमोल चाफेकर स्थापित स्त्राता एन्व्हिरो संस्था समाहित है। घर के बाहर की हवा का प्रदूषण नियंत्रित करनेवाले नियंत्रक को बनाने और उसे आप के घर में स्थापित करने का काम यह संस्था करती है। दूसरे स्टार्टअप के तौर पर नवीन गोयलजी स्थापित रिपेअर इझी इस संस्था को चुना गया। गजेट्स बिठाने में आप को मदद करनेवाला एफ उन्होने तैयार किया है।
स्टार्टअप के साथ ही पुणे तथा अन्य शहरों से आए हुए गणमान्य व्यक्तिओंने समूह चर्चा, निवेश कार्यक्रम,कार्यशाला, व्यक्तिगत मार्गदर्शन इन सभी सत्रों मे हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में स्टार्टअप पुरस्कारों का वितरण भी हुआ।उन में विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप के अधिकारी बडी संख्या में उपस्थित थे. परीक्षकों ने विभिन्न विभाग के अनुसार उनका मूल्यांकन किया।
इस कार्यक्रम में 5 एफ वर्ल्ड.कॉम के संस्थापक एवं नैसकॉम फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गणेश नटराजन प्रमुख वक्ता के तौर पर उपस्थित थे। बिझनेस वर्ल्ड एवं एक्सेंज 4 मिडीया के अध्यक्ष एवं मुख्य संपादक अनुराग बात्रा कार्यक्रम के प्रमुख अतिथी थे। अन्य गणमान्य व्यक्तिओं में वीणा इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक शैलेंद्र अगरवाल, कटफिट एक्स-स्पेशल फोर्सेस (इंडिअन आर्मी) एवं नँशनल सिक्युरिटी गार्ड के संस्थापक निवृत्त लेफ्टनंट कर्नल राकेश कृष्णन, एसआयडीबीआयध्वर्ल्ड बैंक के प्रमुख सलाहकार संजीब झा, अँटम टेक्नोलॉजी लिमिटेड के अध्यक्ष डॉ. अमरेंद्र साहू, एस बैंक के वरिष्ठ अध्यक्ष अजय देसाई, फंडटॉनिक के सहसंस्थापक एवं ग्लोब टेक्स्टाईल इंडिया लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी भावीन पारिख, सनबर्स्त हेल्थकेअर की मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक डॉ. सुजाता मलिक, ऑटोलाईन इंडस्ट्रीज के सहसंस्थापक एम. राधाकृष्णन, बिलडेस्क के हेड बिझनेस शांतनू समान्ता, फंडटॉनिक के सहसंस्थापक अक्षित गुप्ता, वायजीइएन कपिटल के संस्थापक जिग्नेश जैन, स्केलमाईडस के संस्थापक नैनेश कपाडिया ने अपना सहयोग किया।