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राष्ट्रीय एकता के आस्था स्थल

भारत में आदिकाल से सांस्कृतिक एकता व चेतना का विचार रहा है। आस्था के अनेक स्थल इसको एक सूत्र में जोड़ने का प्रयास करते थे। यहां पहुंच कर सभी भेदभाव निरर्थक हो जाते थे। समरसता व सौहार्द के वातावरण का निर्माण होता था। विदेशी आक्रांताओं के दौर में संक्रमण था। एक बार फिर सांस्कृतिक चेतना का जागरण हो रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के आस्था स्थल, देश को उत्तर से दक्षिण एवं पूरब से पश्चिम तक बांधने का कार्य करते हैं। देश के विकास,सुरक्षा के साथ साथ देश को शक्तिशाली बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरन्तर प्रयास चल रहा है।

कैलाश मानसरोवर भवन

कैलाश मानसरोवर की यात्रा दुर्गम व दुर्लभ होती है। योगी आदित्यनाथ ने तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु कैलाश मानसरोवर भवन का सपना देखा था। यह सपना साकार हुआ। उन्होंने गाजियाबाद में एक सौ बत्तीस करोड़ रुपए की लागत से निर्मित कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का लोकार्पण किया। इसके अलावा विकास से सम्बन्धित लगभग सात सौ इकसठ करोड़ रुपए से अधिक की तीस विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।

तीर्थ यात्रियों को सहायता

कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को दी जाने वाली आर्थिक सहायता धनराशि को बढ़ाकर एक लाख किए जाने के अवसर पर इस भवन के निर्माण का निर्णय लिया गया था। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भवन कैलाश मानसरोवर यात्रा,सिन्धु दर्शन यात्रा,बद्रीनाथ केदारनाथ,गंगोत्री यमुनोत्री आदि यात्राओं के श्रद्धालुओं को समर्पित है। राज्य सरकार ने भवन के नाम पर भूमि क्रय करके कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का निर्माण कराया है।

कैलाश मानसरोवर देश की आस्था का केन्द्र है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा व सिन्धु दर्शन की यात्रा पर जाने की प्रत्येक श्रद्धालु इच्छा रखता है। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग, पर्यटन विकास निगम के माध्यम से ऐसी सुविधाएं विकसित करें कि हर मौसम में यह स्थल चहल-पहल का केन्द्र बनें। यहां पर हर प्रकार की गतिविधियां संचालित दिखायी दें।

उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन में पर्यटन स्थलों हेतु गाइडों के प्रशिक्षण तथा विभिन्न तीर्थ स्थलों एवं पर्यटन स्थलों के पर्यटकों की काउन्सिलिंग की व्यवस्था की जाए। उन्हें चार धाम की यात्रा के दौरान बरती जाने वाली सावधानी, ज्योतिर्लिंगों की विशिष्टताओं आदि के बारे में जानकारी दी जाए।

तीर्थाटन विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने धर्मार्थ कार्य के निदेशालय के गठन का निर्णय लिया है। हमारे तीर्थस्थल आस्था और श्रद्धा के केन्द्र होने के साथ ही पर्यटन के महत्वपूर्ण स्थल हैं। यह स्थल रोजगार के अनेक अवसर भी सृजित करते हैं।

उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा भव्य और दिव्य प्रयागराज कुम्भ का आयोजन किया गया। इसमें स्वच्छता,सुरक्षा और सुव्यवस्था के मानक स्थापित किए हैं। कुम्भ में पूरी दुनिया से चौबीस करोड़ से अधिक श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

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