जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर के चैंबर में लगे विंडो एसी में शुक्रवार की रात 8 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। इससे अफरातफरी मच गई। अस्पताल में लगे फायर एक्सटिंग्विशर से किसी तरह आग पर काबू पाया गया।
फायर एक्सटिंग्विशर चलाने के कारण इमरजेंसी में धुआं भर गया। इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई। धुएं के कारण उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी। आग लगने पर चैंबर में बैठे डॉक्टर और नर्स जान बचाकर निकल भागे। इसके बाद अस्पताल के बिजली मिस्त्रत्त्ी को सूचना दी गई।
तब एसी का कनेक्शन काटकर आग को पूरी तरह बुझाया गया। अगर फायर एक्सटिंग्विशर नहीं होता तो इमरजेंसी में बड़ा हादसा हो सकता था। बिजली मिस्त्रत्त्ी ने बताया कि 24 घंटे लगातार एसी के चलने से वह गर्म हो गया था, जिस कारण आग लग गई। शॉर्ट सर्किट की संभावना नहीं है।
अस्पताल के अलग-अलग वार्डों में लगे 40 स्प्लिट एसी महीनों से खराब पड़े हैं। इसमें कई ओटी भी शामिल हैं। बर्न वार्ड में जले मरीजों के लिए एसी की सुविधा है। सारे बर्न वार्ड में एसी लगा है। लेकिन रखरखाव के अभाव सारे एसी हांफ रहे हैं। डीसी की गठित टीम ने उक्त बिंदु पर अधीक्षक से शोकॉज भी पूछा था।
पांच मार्च को एमजीएम अस्पताल के सर्जरी वार्ड की आईसीयू में रखरखाव के अभाव में एक पंखे में आग लगने की घटना घट चुकी है। आग के बाद पंखा टूटकर गिर गया था, जिसमें वहां भर्ती एक मरीज बाल-बाल बच गया। इस घटना के बाद वार्ड के अस्पताल की वायरिंग और अन्य पंखों की जांच नहीं की गई थी। रखरखाव के अभाव में पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है।