लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए सियासी मुलाकातों और डिनर डिप्लोमेसी का दौर बढ़ता जा रहा है। सभी दलों के नेता अपने-अपने समीकरण सेट करने में लगे हैं। शायद यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के सीनियर लीडर और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने 7 दिनों में दूसरी बार लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से मुलाकात की।
केंद्रीय मंत्री और जमुई सांसद नेनएक साथ खाना खाया। इस दौरान चिराग पासवान की मां रीना पासवान भी मौजूद रही। चर्चा का बाजार गर्म है कि आखिर दोनों दलों के बीच कौन सा गुल खिल रहा है। चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस को लेकर भी तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
शुक्रवार की रात केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की नित्यानंद राय चिराग पासवान के घर पहुंच ग। पटना के बाद दिल्ली में दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई। चिराग पासवान के घर पर पहुंचे नित्यानंद राय ने वहीं खाना भी खाया। 7 दिनों में दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले 9 जुलाई को नित्यानंद राय पटना में चिराग के आवास पर पहुंच गए।
उस दिन लोजपा रामविलास के महत्वपूर्ण बैठक पटना में होने वाली थी जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और पार्टी के सभी प्रमुख नेता साथ बैठने वाले थे। पटना में दोनों नेताओं के बीच वार्ता भी हुई बाहर निकले नित्यानंद राय ने बताया कि हमारा पारिवारिक रिश्ता है। अक्सर मिलते रहते हैं और जब भी मिलते हैं कुछ अच्छा करते हैं। उसी बैठक में चिराग पासवान को पार्टी की ओर से गठबंधन पर बात करने के लिए अधिकृत कर दिया गया।
यह भी चर्चा है कि बीजेपी लोजपा के दोनों गुटों को एनडीए में शामिल कर सहयोग लेना चाहती है। इसलिए चाचा भतीजा को एक करने की कवायद की जा रही है। ऐसा होता है तो पासवान समुदाय का एकजुट वोट एनडीए को 2024 में हासिल होगा। चाचा भतीजा एक हो गए तो राजनीतिक दूरियां खत्म हो जाएंगी जिसका सीधा लाभ एनडीए को होगा और विपक्षी एकता को जवाब देने में सुविधा मिलेगी।
नित्यानंद राय के बार-बार चिराग पासवान से मुलाकात के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोर शोर पर है है किर बीजेपी और एलजेपी आर के बीच कौन सा गुल खिलाया रहा है। चर्चा है कि चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। उनके चाचा पशुपति पारस पहले से मोदी कैबिनेट में मंत्री हैं। चिराग पासवान खुद को नरेंद्र मोदी का हनुमान बताते हैं।