मुजफ्फरपुर। कोविड की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच विभाग तैयारियों में जुट गया है। जिले के बांद्रा प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जिले का पहला पीआइसीयू वार्ड बनकर तैयार है। इस वार्ड में कुल 6 बेड रखे गए हैं। बांद्रा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुमित पंसारी ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर के मद्देनजर बच्चों के लिए बना यह पीआइसीयू वार्ड काफी महत्वपूर्ण है।
इसे अस्पताल भवन के चौथे तल्ले पर बनाया गया है। इस वार्ड में हर बेड के पास ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलेंटर और सक्सन मशीन की उपलब्धता है। इसके साथ ही 9 एएनएम तथा 3 शिशु रोग विशेषज्ञों को 24 घंटे के रोस्टर में लगाया गया है। इसी हफ्ते सभी नर्स और चिकित्सकों की जिला मुख्यालय में विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
काफी महत्वपूर्ण है यह पीआइसीयू
एमओआइसी डॉ. सुमित पंसारी ने कहा कि बांद्रा जिले के दूर -दराज के क्षेत्रों में आता है। ऐसे में यहां बच्चों के लिए आइसीयू का होना अहम है, ताकि प्राथमिक उपचार के बाद या हालात को स्थिर कर उन्हें विशेष चिकित्सा के लिए भेजा जाए। अभी इस सीएचसी में सिर्फ ओपीडी की सेवा लोगों को मिल रही है। किसी विशेष परिस्थिति में लोगों को मुरौल या बगल के जिले की ओर रुख करना पड़ता है।
कोविड के दौरान रखें बच्चों का ख्याल
डॉ. सुमित ने कहा कि दो साल से कम के बच्चों को मास्क की सिफारिश नहीं है। मास्क, उम्र के हिसाब से होने चाहिए। कोरोना के तीसरे लहर से चितिंत न होकर बच्चों को अच्छे पोषण और शारीरिक गतिविधि के साथ बच्चों को स्वस्थ रखना मुख्य चिंता की बात होनी चाहिए।
यह अच्छे स्वास्थ्य और इम्युनिटी के लिए महत्वपूर्ण है। छोटे बच्चों को अन्य बीमारियों जैसे खसरा आदि से बचने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम के अनुसार अलग-अलग टीकाकरण की आवश्यकता होती है। यह महत्वपूर्ण है कि टीकाकरण को मिस न करें। जितनी जल्दी हो सके सुरक्षित रुप से उन्हें टीके लगवाएं।