मुंबई। देश की स्वतंत्रता के आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाते हुए सूबेदार जोगिंदर सिंह को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके जीवन पर आधारित फिल्म का पहला पोस्टर जारी किया गया। शहीद होने से पूर्व 1962 में चीन के साथ हुई लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण रोल अदा किया। उस समय वह एक पलटन के कमांडर थे। दुर्गम क्षेत्र नेफा में अपनी पोज़िशन लेने के कुछ समय बाद ही उन्हें हजारों सैनिकों के औचक आक्रमण का सामना करना पड़ा। सूबेदार जोगिन्दर सिंह ने चीन युद्ध के समय बहुत ही दृढ़ता से अपनी भूमिका को अदा किया। इसके साथ उन्होंने अपनी वीरता का परिचय दिया। उन्होंने युद्ध में गोला-बारूद ख़त्म होने और जांघ पर गोली लगने के बावजूद भी न सिर्फ अपने सैनिकों को लड़ाई के लिए प्रेरित किया, बल्कि खुद भी अकेले ही कई चीनी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। आने वाली फिल्म में उनके इस अभूतपूर्व शौर्य के प्रदर्शन के लिए भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत राष्ट्र के सर्वोच्च युद्ध सम्मान ‘परमवीर चक्र’ से नवाज़ा, जिसे प्रमुखता से दर्शाया गया।
फिल्म में निभाये गये खतरनाक स्टंट
सूबेदार जोगिंदर सिंह पर आधारित इस फिल्म का पहला लुक जारी कर दिया गया। उन्होंने अपने किरदार को सशक्त तरीके से निभाने के लिये पहाड़ की दुर्गम चोटियों पर भी शूटिंग की और शूट के दौरान पहाड़ पर फिसलने से घायल भी हो गये। इस फिल्म में खुद को सूबेदार के जैसा दर्शाने के लिए शारीरिक तौर पर भी उन्होंने काफी मेहनत की है। चोटिल होने के बाद भी फिल्म के ज़्यादातर स्टंट्स खुद ही किये। सूबेदार जोगिंदर सिंह ने जितनी भूमिका देश के स्वतंत्रता के आंदोलन में निभाई, उतनी ही आजादी के बाद भी देश की रक्षा में भी निभाया, जिसे इस फिल्म में गिप्पी ग्रेवाल ने काफी मेहनत से निभाया है।