नई दिल्ली। पिछले पांच वर्षों में भारत में ग्रामीण परिवारों के लिए नल के पानी के कनेक्शन में पांच गुना की वृद्धि देखने को मिली। एसबीआई ने एक रिपोर्ट जारी कर इसकी जानकारी दी। रिपोर्ट में इस प्रगति का श्रेय जल जीवन मिशन (जेजेएम) को दिया गया है। इस मिशन की शुरुआत 15 अगस्त 2019 में की गई थी। इसका एकमात्र लक्ष्य 2024 तक ग्रामीण इलाकों के प्रत्येक घर में नल का पानी उपलब्ध कराना था।
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नल के पानी के कनेक्शन में पांच गुना की वृद्धि
रिपोर्ट के अनुसार, अक्तूबर 2024 तक नल कनेक्शन वाले ग्रामीण परिवारों की संख्या बढ़कर 15.20 करोड़ हो गई। जेजेएम के लॉन्च के दौरान केवल 3.23 ग्रामीण परिवारों के पास ही नल का कनेक्शन था, लेकिन वर्तमान समय में इसमें पांच गुना वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में बताया गया, 10 अक्तूबर 2024 तक जेजेएम के तहत 11.96 अतिरिक्त घरों को नल का कनेक्शन प्रदान किया गया। इसी के साथ अब मौजूदा समय में 15.20 करोड़ ग्रामीण परिवार नल के कनेक्शन का लाभ उठा रहे हैं।
पिछले पांच वर्षों में इस मिशन ने शानदार तरक्की की है। इसका लक्ष्य 2024 तक 19.34 करोड़ परिवार को नल का कनेक्शन उपलब्ध कराना है। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों तक पीने योग्य पानी की पहुंच के कारण जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। इससे स्वास्थ्य परिणामों में भी सुधार हुआ है और स्वच्छ पानी के कारण जल से होने वाले खतरे कम हो जाते हैं।
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क्या है जल जीवन मिशन?
जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) को 2019 में शुरू किया गया था। इसे 3.60 लाख करोड़ की लागत से कार्यांवित किया जा रहा है, जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से 2.08 लाख करोड़ और राज्यों की तरफ से 1.52 लाख करोड़ का योगदान है। यह मिशन अपने लक्ष्य को पूरा करने की राह पर है। जेजेएम का लक्ष्य केवल सभी के लिए सुरक्षित पेयजल पहुंचाना है।