प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या में शामिल चार हमलावरों की पहचान का दावा किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि उमेश पाल की हत्या के तार राजू पाल हत्याकांड से ही जुड़े हैं।
बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद अहमद ने इस हमले को लीड किया था। बमबाज की पहचान राजरूपपुर के गुड्डू मुस्लिम और हेलमेट लगाकर बमबाज को रेड बाइक से सिविल लाइंस पहुंचाने वाले की पहचान अरमान के तौर पर हुई है। जबकि टोपी वाले शख्स की शिनाख्त मोहम्मद गुलाम के रूप में हुई है।
बता दें कि सीसीटीवी फुटेज में हमलावरों का हुलिया कैद हुआ है। फुटेज की मदद से पुलिस एक-एक आरोपी की पहचान कर रही है। हमले में शामिल बताया जा रहा गुड्डू मुस्लिम अतीक का खास आदमी है। वह राजू पाल मर्डर केस में भी आरोपी है। पुलिस ने शनिवार को उसकी तलाश में कौशाम्बी में छापामारी की, लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका।
वहीं गुलाम के बारे में पुलिस को ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। सीसीटीवी फुटेज में वह टोपी पहने गोलियां बरसाता नज़र आ रहा है। इतना पता चला है कि अतीक के फरार बेटे से कुछ दिन पहले वह मिलने पहुंचा था। सूत्रों के मुताबिक उनके बीच वारदात को लेकर चर्चा हुई थी। इसी तरह से शूटरों की पहचान करके उसकी धरपकड़ की जा रही है। इसके लिए कई टीमें लगाई गई हैं।
24 फरवरी को उमेश पाल अपने गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र के साथ कोर्ट में गए थे। शाम को लौटते ही घर के पास अतीक अहमद के बेटे, गुड्डू मुस्लिम व गुलाम आदि ने गोली व बम से हमला कर दिया। इस सनसनीखेज वारदात में उमेश पाल और दोनों गनर जख्मी हो गए।
उन्हें अस्पताल ले गए जहां पर उमेश पाल और गनर संदीप की मौत हो गई। चालक प्रदीप शर्मा बाल-बाल बचा है। आरोप लगाया है कि अतीक अहमद ने अपने भाई अशरफ और पत्नी शाइस्ता परवीन के साथ मिलकर साजिश रची और अपने एक बेटे और अन्य शूटरों से हत्या कराई है। तहरीर में लिखा गया है कि शूटरों को उसने और परिवार के अन्य लोगों ने देखा है। उनकी पहचान कर सकती हैं।
उमेश पाल के परिवारीजनों ने भी शूटरों को देखा और पहचाना। इसी आधार पर अतीक अहमद के पूरे परिवार और अन्य शूटरों को नामजद किया गया है। पहली बार ऐसा हुआ कि अतीक के पूरे परिवार को आरोपित किया गया है।
जयंतीपुर निवासी उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने एफआईआर दर्ज कराई है कि उनके पति राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। 2006 में अतीक ने उनके पति उमेश पाल को अपने पक्ष में गवाही देने के लिए अगवा किया था। अपहरण कांड में अतीक पर केस दर्ज कराया। इस केस में कचहरी में बहस चल रही थी।