महाराष्ट्र के नासिक में पुलिस ने प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple) में जबरन घुसने के आरोप में चार मुस्लिम लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है। वहीं, एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया है।
👉वसुंधराजे को चुनाव से पहले पार्टी दे सकती है बड़ी जिम्मेदारी, बनाई ये रणनीति
मंदिर के ट्रस्ट द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद मंगलवार को अकील यूसुफ सैय्यद, सलमान अकील सैय्यद, मतिन राजू सैय्यद और सलीम बक्शु सैय्यद को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह घटना 13 मई की है। चार लोगों ने कथित तौर पर संदल जूलूस में शामिल होकर मंदिर परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की और शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश की। आपको बता दें कि मुस्लिम संतों के सम्मान में उर्स पर संदल जुलूस आयोजित करने की परंपरा है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple) भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां केवल हिंदुओं को ही प्रवेश की अनुमति है। सुरक्षा गार्डों द्वारा चारों लोगों को पवित्र स्थल तक पहुंचने से रोकने के बाद मंदिर प्रबंधन कमेटी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस घटना के वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए।
मंदिर ट्रस्ट की शिकायत के बाद चार लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295 और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके अलावा, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया है।
फडणवीस ने महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्प व्यक्त किया और कहा, “जैसा कि मैंने कल कहा था कि जो कोई भी महाराष्ट्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। ये जानबूझकर किए गए प्रयास हैं। इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी पुलिस चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर थी और अभी भी है।”
रिपोर्ट के मुताबिक, संदल के आयोजक मतिन सैय्यद ने बताया कि वर्षों से इस दिन भगवान शिव को चादर दिखाते आ रहे हैं। वे मंदिर के अंदर नहीं जाते हैं। उन्होंने दावा किया कि आरोपी लोगों ने शिवलिंग पर चादर चढ़ाने की कोशिश नहीं की और वे केवल चादर को मंदिर की सीढ़ियों तक ले गए।