देश के परमाणु रिएक्टरों को लेकर कुछ तबकों की चिंताओं को खारिज करते हुए परमाणु वैज्ञानिकों ने कहा है कि भारत के परमाणु ऊर्जा प्रतिष्ठान पूरी तरह सुरक्षित हैं और यहां फुकुशिमा जैसा परमाणु हादसा संभव नहीं है। परमाणु वैज्ञानिकों का यह विश्वास इस बात से भी सिद्ध होता है कि गत 17 मई को ही भारत सरकार ने सात हजार मेगावाट क्षमता वाले 10 स्वदेशी परमाणु रिएक्टर स्थापित किए जाने को हरी झंडी दी है।
उल्लेखनीय है कि देश में कुछ संगठन 11 मार्च 2011 को भूकंप और सुनामी के चलते जापान के फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में हुई दुर्घटना जैसी घटनाओं का हवाला देकर भारत में स्थापित होने वाले परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का विरोध करते हैं। पिछले दिनों कई परमाणु वैज्ञानिकों ने भाषा से हुई बातचीत में देश के परमाणु स्थलों को पूरी तरह सुरक्षित बताया और कहा कि भारत फुकुशिमा जैसे हादसों से डरने वाला नहीं है।
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