विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 21 अक्टूबर को गगनयान मिशन की पहली परीक्षण उड़ान को अंजाम देगा, अगले साल के अंत में मानव अंतरिक्ष उड़ान के दौरान भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले क्रू मॉड्यूल का परीक्षण करने के लिए आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से परीक्षण वाहन विकास उड़ान (टीवी-डी1) को अंजाम दिया जाएगा।
सिंह ने चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 मिशन में शामिल इसरो इंजीनियरों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में बताया कि परीक्षण में मॉड्यूल को बाहरी अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करना, उसे पृथ्वी पर वापस लाना और बंगाल की खाड़ी में उतरने के बाद इसे पुन: प्रप्त करना शामिल है।
उन्होंने बताया कि नौसेना ने मॉड्यूल को पुन: प्राप्त करने के लिए ‘मॉक ऑपरेशन’ पहले ही शुरू कर दिया है, गौर हो कि बता दें PM मोदी ने 2018 में 10000 करोड़ रुपये की लागत से गगनयान मिशन की घोषणा की थी।
इसरो दो कक्षीय परीक्षण उड़ानों के परिणाम का आकलन करने के बाद 2024 में कम से कम दो अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजेगा।