महात्मा गांधी की 150 वीं जन्म जयन्ती उत्तर प्रदेश विधानसभा ने अभिनव अंदाज में मनाई थी. मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की पहल पर छत्तीस घण्टे का विधानसभा सत्र आयोजित किया गया था. इसमें संयुक्त राष्ट्र संघ ने सत्रह प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया. इनके मूल में गांधीवाद की ही प्रतिध्वनि थी।
यही कारण था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा ने इस बार गांधी जयंती को ऐतिहासिक बनाने का निर्णय किया था। गांधी जी ऐसा समाज चाहते थे जिसमें गरीबी, अशिक्षा, कुपोषण, बीमारी,असमानता भुखमरी न हो। अंत्योदय का मूलमंत्र भी यही है। इसी के मद्देनजर नरेंद्र मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत,मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, जैसी योजनाएं लागू की। योगी आदित्यनाथ इन सतत विकास लक्ष्यों को क्रियान्वित कर रहे हैं। योगी सरकार ने सतत विकास के लक्ष्य हासिल करने का मंसूबा दिखाया है।
इस बार गांधी जयन्ती पर योगी आदित्यनाथ ने इसका उल्लेख किया.कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्राम स्वावलम्बन के लिए जनधन खातों के माध्यम से वित्तीय समावेशन के साथ सभी व्यक्तियों को जोड़ने के लिए अभियान चलाया था। स्वच्छ भारत मिशन,स्वस्थ भारत के साथ नारी गरिमा की रक्षा का माध्यम भी बना है। दुनिया जब कोरोना महामारी से पस्त थी, तब प्रधानमंत्री ने देश को आत्म निर्भर भारत का मंत्र दिया। इसका अर्थ है कि जो लोकल है,उसके लिए हम वोकल बने। खादी भारत के स्वावलम्बन, स्वदेशी तथा सम्मान का आधार बनी थी। सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे कार्यक्रम बापू के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार कर रही है।आत्मनिर्भर गांव तथा स्वावलम्बन का आधार बन रहेे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार एक जनपद एक उत्पाद योजना संचालित है.यह आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने का अभियान है। इसकी आत्मा स्वदेशी है। यह आत्मनिर्भर भारत का आधार बन रही है। इसने लाखों लोगों को आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन की अग्रसर किया है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के माध्यम से गांव के हस्तशिल्पी तथा कारीगरों को सम्मान देकर एवं उन्हें टूल किट उपलब्ध कराकर प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह सभी स्वदेशी एवं स्वावलम्बन का ही भाग है।
स्वस्थ भारत, स्वच्छ भारत मिशन का की परिणाम है। पहले इस मौसम में अलग-अलग स्थानों पर इंसेफेलाइटिस,डेंगू, मलेरिया, कालाजार तथा चिकनगुनिया जैसी बीमारियां हजारो लोगों को निगल लेती थी। स्वच्छ भारत मिशन के परिणाम स्वरूप यह बीमारियां बहुत कम हुई है। स्वच्छ भारत मिशन राष्ट्रीय क्षति को बचाने का माध्यम बना है। इसी प्रकार सरकार लाल बहादुर शास्त्री के विचारों से प्रेरणा लेकर जय जवान जय किसान के नारे को चरितार्थ कर रही है।