दुराचार प्रकरण में फंसे अखिलेश सरकार में खासमखास मंत्री गायत्री प्रजापति की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। गायत्री प्रजापति की तलाश में उनके माल एवन्यू स्थित सरकारी आवास पहुंची पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा। पुलिस की इस नाटकीय कार्यवाही को छापेमारी करने गई पुलिस टीम के अधिकारी जांच का हिस्सा बता रहे हैं। टीम के पुलिस अधिकारी के मुताबिक-“यह जांच का एक हिस्सा है और जैसे ही पुलिस उन्हें ढूंढने में कामयाब होगी,उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” गौतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से दर्ज हुई एफआईआर के बाद से अबतक पुलिस को गायत्री प्रजापति ढूढे नही मिल रहे हैं,जबकि चुनाव प्रचार के डुरं कई बार गायत्री को सार्वजनिक स्थान पर पुलिस की मौजूदगी में ही देखा गया है।
क्या है मामला:
आरोप लगाने वाली महिला समाजवादी पार्टी की कार्यकर्ता है। चित्रकूट की रहने वाली महिला का दावा है कि गायत्री प्रजापति ने 2014 से जुलाई 2016 तक लगातार 2 साल तक उसका यौन शोषण किया।बाद में गायत्री की शह पर ही उनके सहयोगियों ने भी उसके साथ गैंगरेप किया। आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति ने जब उसकी 14 साल की बेटी के साथ रेप की कोशिश की तब उसने पुलिस में शिकायत की। मंत्री के प्रभाव के चलते जब पुलिस ने उसकी नही सुनी तब जाकर पीड़ित महिला ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। बाद में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर 376/d 376/506,504 ,506 के तहत मामला दर्ज किया गया। तब से लेकर आज तक पुलिस को गायत्री प्रजपति ढूंढे नही मिल रहे।