तीस्ता जल संधि विवाद को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए उनपर जमकर हमला बोला। उन्होंने केंद्र सरकार के समक्ष एक प्रस्ताव रखते हुए बोला कि तीस्ता में पानी बहुत कम रह गया है इसलिए सरकार को तीस्ता के अलावा अन्य नदियों पर भी ध्यान देना चाहिए।
2011 में हुआ था समझौता:
वर्ष 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जब बंगलादेश की यात्रा पर गए थे तब यह समझौता हुआ था कि दोनों देश तीस्ता जल का बराबर इस्तेमाल करते रहेंगे। उस समय भी ममता बनर्जी ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि इससे सूखे के मौसम में पश्चिम बंगाल के किसान तबाह हो जाएंगे।
22 प्रमुख क्षेत्रों में हुए समझौते:
भारत और बांग्लादेश के बीच रक्षा और असैन्य परमाणु समेत 22 प्रमुख क्षेत्रों के लिए दोनों देशों के बीच समझौते हुए। जबकि लंबे समय से चले आ रहे तीस्ता जल विवाद पर समझौता नहीं हो पाया। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने इस विवाद के शीघ्र निपटारे का आश्वासन दिया है।