उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड की परीक्षाएं UP Board exam आज से शुरू हो गई। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप नकल विहीन परीक्षा कराने के उद्देश्य से हर स्तर पर खास इंतजाम किए गए हैं,जिनमें से परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा एक है। सरकार के निर्देशों के अनुरूप नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न करा पाना ही सरकारी तंत्र की असल परीक्षा होगी। इस वर्ष बोर्ड परीक्षा में 66 लाख से अधिक स्टूडेंट शामिल हो रहे हैं। अगर सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करने जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री का छापा
उत्तर प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए खास तैयारियां की गई हैं।
सरकार ने नकल विहीन परीक्षा कराए जाने को लेकर कड़े निर्देश भी दिए हैं।
सभी परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी के दायरे में रखा गया है।
प्रदेश के करीब 50 संवेदनशील जिलों को चिन्हित कर वहां पर कोडेड कॉपी पर परीक्षा कराए जाने का निर्देश है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद बोर्ड की परीक्षाओं का जायजा लेने परीक्षा जा सकते हैं।
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी परीक्षा केंद्र पर कभी भी छापा मार सकते हैं।
200 से ज्यादा कैदी
इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षा के लिए 8549 केंद्र बनाए गए हैं।
जिसमें कुल 66,37,018 स्टूडेंट परीक्षा में बहैठ रहे हैं।
इसमें 10वीं के 36,55,691 और 12वीं के 29,81,327 स्टूडेंट परीक्षा में बैठ रहे हैं।
परीक्षा में पहले दस स्थान पाने वाले छात्रों को एक लाख का पुरस्कार भी राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा।
बोर्ड परीक्षाएं दो शिफ्ट में बांटी गई हैं, जिसमें पहली पारी में सुबह 7.30 से 10.45 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 2.00 से 5.15 बजे तक होगी।
10वीं की परीक्षा 22 फरवरी और 12वीं की 10 मार्च 2018 को समाप्त होंगी।
बोर्ड परीक्षाओं में इस बार 200 से ज्यादा कैदी भी 8 जेलों में परीक्षा देने आ रहे हैं।
बतादें कि इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा में एक नई पहल हुई है। परीक्षा में पहले दस स्थान पाने वाले छात्रों को एक लाख का पुरस्कार दिया जाएगा।