राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल स्वास्थ्य जागरूकता के अनेक कार्यक्रमों में सहभागी रहती है। सुपोषण व फिट इंडिया अभियान के अंतर्गत उनके निर्देश पर राजभवन में कार्यक्रम आयोजित होते रहे है। अन्य जनपदों में आयोजित ऐसे कार्यक्रमों में वह समल्लित होती रही है। बच्चों के अन्नप्राशन्न व गर्भवती माताओं की गोदभराई के माध्यम से वह स्वास्थ्य जागरूकता का सन्देश देती है।
रक्त दान,अंग दान के प्रति भी वह समाज को जाग्रत करती है। आनन्दी बेन ने कहा कि किसी भी रोग से समाज को मुक्ति दिलाने के लिए यह जरूरी है कि समय रहते बीमारी से संबंधित जांच करवाकर उचित दिशा में इलाज की शुरूआत की जाये। इसके लिए जरूरी है कि चिकित्सालय के सभी विभाग रोगियों के उपचार हेतु एक दूसरे का सहयोग करें, तभी सार्थक परिणाम सामने आयेंगे।
सहयोग, काउंसलिंग, जांच के साथ ही बीमार व्यक्ति के साथ खड़े होकर उसे यह आश्वासन देना और एहसास दिलाना कि अपनी बीमारी के समय में वह अकेला नहीं है, यह सर्वाधिक जरूरी तथा मानवीय इलाज है। आनंदीबेन पटेल ने ‘विश्व एड्स दिवस’ के अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा आयोजित ‘रक्तदान एवं एड्स जागरूकता रैली’ को झण्डी दिखाकर राजभवन से शुभारम्भ किया। इस अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान पर विश्वविद्यालय द्वारा बहुत ही प्रभावी तथा सारगर्भित नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया।
युवाओं का आह्वान
आनन्दी बेन ने युवाओं से किसी भी प्रकार का नशा ना करने का आह्वान किया। कहा कि किसी भी ऐसे पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे उनके या उनके परिवार के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़े। प्रतिवर्ष लाखों लोंगो की मृत्यु एड्स और अनेक प्रकार के संक्रामक रोगों से हो जाती है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस दिशा में एक साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के एआरटी सेंटर,ब्लड बैंक,आईटीपीसी सेंटर, एसटीआई सेंटर एवं मानसिक रोग विभाग द्वारा End Inquality, End AIDS, End Pandemic’ की सोच के साथ एड्स संक्रमण के इलाज एवं रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है।
केजीएमयू,लखनऊ के प्रयासों से एड्स संक्रमण से बचाये गये बच्चों को राज्यपाल ने उपहार दिया। केजीएमयू लखनऊ के कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने राज्यपाल तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों को समृति चिन्ह् के रूप में पौधा देकर सम्मानित किया।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री