कोरोना वायरस इन दिनों दुनियाभर के लिए शामत बना है, जिसकी वजह से अब तक करीब 80 हजार से अधिक लोग मौत के गाल में समा गए हैं। कोरोना वायरस की गाज खेल जगत पर भी पड़ी है। दुनिया भर में तमाम खेल आयोजन रद्द हो चुके हैं या फिर स्थगित हो चुके हैं।
भारतीय खिलाड़ी भी इन दिनों लॉकडाउन में अपना समय घर पर बिता रहे हैं। ऐसे में खिलाड़ी इन दिनों खेल के मैदान पर बिताए अपने सुनहरे पलों की याद ताजा कर रहे हैं और उन्हें मीडिया के विभिन्न माध्यमों की बदौलत अपने फैन्स के साथ में साझा कर रहे हैं। स्टार ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी भारत की वर्ल्ड कप जीत से जुड़ा ऐसा ही एक खास लम्हा याद किया है।
2 अप्रैल 2011 में भारत ने एमएस धोनी की कप्तानी में श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। इस खिताबी जीत के बाद वनडे फॉर्मेट में भारत दूसरी बार विश्व चैंपियन बना था। हरभजन सिंह ने हाल ही में एक टीवी शो में वर्ल्ड कप की इस जीत से जुड़े अपने एक यादगार लम्हे को फैन्स के साथ शेयर किया।
हरभजन ने कहा, ‘यह ऐसी चीज थी, जिसका सपना हम सभी ने मिलकर देखा था, यह बस अभी पूरा ही हुआ था और इसका अहसास लाजवाब था। जब भी मैं उन पलों के बारे में सोचता हूं तो मेरे मन में अभी भी वैसी तितलियां उड़ती हैं। वर्ल्ड कप उठाना सचमुच बहुत खास है और यह शायद पहला मौका होगा, जब मैं सभी के सामने भावुक होकर रो दिया। यह जबरदस्त अहसास था, मुझे नहीं मालूम चल रहा था कि इस पर कैसे रिऐक्ट करना है।’
भज्जी ने बताया, ‘मुझे आज भी याद है कि मैं उस रात अपने पदक के साथ सो रह था, जब मैं जगा, तो मेरा मेडल मेरे ऊपर ही था और यह बहुत शानदार फील हो रहा था। उस दिन मैंने देखा कि सचिन तेंडुलकर नाच रहे हैं। यह पहली बार था जब मैंने सचिन को नाचते देखा। तब मैंने देखा कि सचिन तेंडुलकर अपने आसपास मौजूद लोगों की परवाह किए बगैर नाच रहे हैं और वह हर किसी के साथ एन्जॉय कर रहे हैं। मुझे यह हमेशा याद रहेगा।