बाबा अमरनाथ यात्रा आज से शुरू हो गई है। बाबा अमरनाथ बर्फानी के भक्त पहलगाम और बालटाल के रास्ते पवित्र गुफा की ओर निकल पड़े हैं। यात्रा के लिए 3488 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था बेस कैंप से अपने-अपने निर्धारित प्वाइंट पर पहुंचा था। दोनों रूट पर सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
पवित्र गुफा की ओर अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था जम्मू से रवाना हो गया था। तीर्थयात्रियों का पहला जत्था दक्षिण कश्मीर हिमालय में भगवान शिव के 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में दर्शन करेगा। इस बार यह यात्रा 62 दिन चलेगी। दरअसल, इस बार सावन दो महीने है। मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में स्थित बालटाल, वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए दोहरे मार्गों में से एक है। दूसरा दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम मार्ग है।
मौसम को देखते सुरक्षाबलों और प्रशसन ने भी यात्रा के दौरान किसी आपातकाल सिथिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की है। डिसास्टर मैनेजमेंट, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की दर्जनों टीमों के को यात्रा के दोनों रास्तों पर तैनात किया गया है। तीर्थयात्रा का समापन 31 अगस्त को होगा। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि श्री अमरनाथ जी की यात्रा सनातन संस्कृति की अटूट परंपरा व मान्यताओं का प्रतीक है।
तीर्थयात्री आधार शिविर से लगभग 13,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर तक 12 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। केंद्र ने अमरनाथ यात्रा के लिए बहु स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीआरपीएफ के 40000 अतरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया है। एक अनुमान के तहत जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक पहलगाम और बालटाल दोनों रास्तों पर स्थानीय सुरक्षाकर्मियों के अलावा 60 हजार और सुरक्षाबल तैनात रहेंगे जिन्हें सिर्फ यात्रा के लिए लगाया गया है।