असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मणिपुर में महिलाओं के साथ दरिंदगी का एक वायरल वीडियो होने पर पूर्वोत्तर राज्यों के लिए सीमित आक्रोश पर सवाल उठाया है। उन्होंने पूछा है कि इसी तरह के क्रूर अपराधों को तथाकथित उदारवादियों द्वारा नजरअंदाज क्यों किया गया?
सरमा ने शुक्रवार को राजस्थान से लेकर पश्चिम बंगाल तक में महिलाओं के खिलाफ हाल ही में हुई यौन हिंसा के मामलों को उल्लेख किया है। इसके लिए उन्होंने रिपोर्ट भी शेयर किया।
उन्होंने कहा, ”मणिपुर की घटना भयावह है और अपराधियों को कानून की पूरी मार झेलनी पड़ेगी। दुर्भाग्य से, तथाकथित उदारवादियों के बीच एक स्पष्ट पैटर्न है। उनका यह आक्रोश उत्तर पूर्व तक ही सीमित है। वे दूसरे राज्यों में होने वाले समान रूप से क्रूर अपराधों को नजरअंदाज करेंगे।”
इससे पहले शुक्रवार को सरमा ने संसद के मानसून सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले वायरल वीडियो जारी होने के समय पर सवाल उठाया। उन्होंने दावा किया कि वीडियो लीक के पीछे राजनीति थी। सरमा ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कुछ विपक्षी शासित राज्यों में बलात्कार की घटनाएं भाजपा शासितमणिपुर या अन्य पूर्वोत्तर प्रांतों की तुलना में बहुत अधिक हैं।
19 जुलाई 2023 को राजस्थान के जोधपुर में एक ही परिवार के छह महीने के शिशु सहित चार लोगों की हत्या कर दी गई। उसे जिंदा जलाकर मार डाला गया। 16 जुलाई 2023 को राजस्थान के ही जोधपुर में एक दलित नाबालिग के साथ उसके प्रेमी के सामने सामूहिक बलात्कार किया गया। बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने आरोप लगाया कि 13 जुलाई, 2023 को चुनाव हारने के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन पर पेशाब किया।
भाजपा की एक उम्मीदवार ने आरोप लगाया कि 8 जुलाई, 2023 को टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके कपड़े उतार दिए और उन्हें नग्न घुमाया। 7 जून, 2023 को बिहार में 8 लोगों ने एक नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। 20 अक्टूबर, 2022 को झारखंड के चाईबासा में सड़क पर दिनदहाड़े 10 लोगों ने एक आदिवासी महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया।