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हिन्दी उपन्यास रामेश्वरा बड़ी संख्या में लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा, जानें रोचक तथ्य

बलात्कार जैसे संगीन अपराध पर प्रकाशित फिल्म लेखक वेदिक द्विवेदी की पुस्तक रामेश्वरा फ्लिप्कार्ट अमेजन पर मौजूद। वेदिक द्विवेदी का जन्म उप्र प्रदेश के जनपद बस्ती में हुआ। जनपद के शिवहर्ष किसान पीजी कॉलेज से स्नातक करने के बाद इन्होंने ने फिल्म लेखन के क्षेत्र में अपना कैरियर चुना। यह पुस्तक मूलतः इनके फिल्म की कहानी है। इनके पिता का नाम राकेश कुमार दूबे व माता का नाम कुसुम दूबे है। माता पिता के दो संतानों में ये बड़े हैं व इनके छोटे भाई का नाम ऋषिक द्विवेदी है।

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हम आपको बताने चाहेंगे कि पुस्तक कि पुस्तक हिन्दी के उपन्यास विधा में लिखा गया है। कहानी शुरू होती है एक पत्रकार के हत्या से। कहानी में एक वकील व पुलिस के मध्य भी कमाल का सामंजस्य बिठाने का काम किया गया है। ज्यादातर ये अफवाह है कि पुलिस व वकील कभी दूसरे के मित्र नहीं हो सकते। अतः इन अफवाहों पर पूर्ण विराम लगाने का काम ये पुस्तक करेगी। पुस्तक में दोस्ती का सजीव चित्रण भी अलग-अलग रंगों में किया गया है। यह बताया गया है कि युवा अवस्था में क्या सावधानी आवश्यक है जिससे जीवन सही मार्ग पर चल सके।

हिन्दी उपन्यास रामेश्वरा

पुस्तक के नाम को लेकर काफी रहस्य है। चर्चा ये भी है कि लेखक के गोलोकवासी पितामह का नाम रामेश्वर प्रसाद दूबे है, जिनकी निर्मम हत्या कम ही उम्र में की गई थी। यह उनकी कहानी हो सकती है। कुछ का मानना है कि भगवान शिव के नाम से जुड़े होने के कारण यह पुस्तक धार्मिक दिशा में ले जाने का काम करेगी।

आप सभी को यह बताना चाहूंगा कि इन सभी रहस्यों से पर्दा उठ चुका है। पुस्तक जून के पहले सप्ताह में ही ऑनलाइन वेबसाइट पर प्रकाशित हो चुकी है। कहानी में अचानक बलात्कार जैसी घटना भी देखने को मिलती है। लेखक ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसी घटनाओं में न्याय में देरी पीड़िता के जीवन में दिक्कतें खड़ा करता है।

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मशहूर फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने भी पुस्तक को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लेखक को शुभकामनाएं भेंट करते हुए पुस्तक की बड़ी सफलता के साथ ही सत्ता व शासन से ऐसी घटनाओं पर शीघ्रता से न्याय देने हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट जैसी अन्य सुविधा मुहैया कराने की अपील की है।

फिल्म लेखक वेदिक ने ये कहा है कि पुस्तक हर वर्ग को पसंद आयेगी। पुस्तक की भाषा खड़ी बोली के साथ ही अवधी मिश्रित है। आसान संवाद से लोग खुद को जोड़ कहानी का लुफ्त उठा पाएंगे। उन्होंने पाठकों से अपना अपना कीमती वक्त देने के लिए अनुरोध भी किया है।

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