शहद या मधु हमेशा से रसोई में इस्तेमाल होने वाला एक स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ रहा है, साथ ही सदियों से एक महत्वपूर्ण औषधि के रूप में भी उसका इस्तेमाल होता है। दुनिया भर में हमारे पूर्वज शहद के कई लाभों से अच्छी तरह परिचित थे।
भारत में शहद सिद्ध और आयुर्वेद चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण अंग है जो चिकित्सा की पारंपरिक पद्धतियां हैं। प्राचीन मिस्र में इसे त्वचा और आंखों की बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता था और जख्मों तथा जलने के दागों पर प्राकृतिक बैंडेज के रूप में लगाया जाता था।
शहद को आप गर्म पानी के साथ पीते हैं तो आपको फायदा होता है, लेकिन कभी भी तासीर में गर्म चीजों के साथ इसका सेवन न करें। ऐसा करने से यह जहर के समान हो जाता है।
गर्म चीजों के साथ इसका सेवन करने से आपको बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड सकता है। वहीं चाय या काॅफी के साथ भी इसका सेवन सेहत की दृष्टि से उचित नहीं माना जाता। ऐसा करने से आपको जी घबराना, मितली व घबराहट होने लगती है।सदियों मे आप मूली का सेवन करते होंगे लेकिन शहद और मूली को कभी भूलकर भी एकसाथ न खाएं।