लखनऊ- सूबे का सरदार बदलते ही सरकारी महकमे में खलबली मच गयी है। साफ सफाई से लेकर कार्यशैली का तरीका बदलने की कवायद समूचे उत्तर प्रदेश में शुरू हो गयी है। लखनऊ जोन के महानिरीक्षक 11 जिलों हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, अम्बेडकरनगर, अमेठी, फैजाबाद और सुल्तानपुर में कानून-व्यवस्था बेहतर करने के लिए अभियान चला रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ए. सतीश गणेश ने मंगलवार को वजीरगंज स्थित पुलिस मुख्यालय का औचक निरिक्षण किया। आईजी के औचक निरीक्षण से पुलिस मुख्यालय में खलबली मच गयी।
एसएसपी मंजिल सैनी को लगाई फटकार
निरिक्षण के दौरान आईजी ने पुलिस मुख्यालय के अलग-अलग विभागों में पहुंचकर कई फाइलें खंगाली, जो फाइलें महीनों से धूल फांक रहीं थीं उन्हें देख आईजी भड़क गए। इस बाबत उन्होंने एसएसपी मंजिल सैनी को भी फटकार लगई और इन फाइलों के निस्तारण के आदेश दिए। करीब आधे घंटे के निरिक्षण के दौरान आईजी को कार्यालय परिसर में काफी खामियां मिलीं। आईजी ने पुलिस कार्यालय में मातहतों को साफ-सफाई रखने के भी निर्देश दिए। जब तक आईजी वहां मौजूद रहे तब तक पुलिस कर्मियों के माथे पर बल पड़े रहे। आईजी के जाने के बाद ही सभी ने राहत की सांस ली।
5 पुलिसकर्मी निलंबित
पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ए. सतीश गणेश ने ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुये 5 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। निलंबित होने वालों मे एएसआई नेहा पांडे को ऑफिस देर से पहुँचने पर निलंबित किया गया। वहीं कांस्टेबल जय प्रकाश वर्मा, कांस्टेबल विजय कुमार रजक, कांस्टेबल संजीव कुमार, कांस्टेबल अभय सिंह को बिना वर्दी के पाए जाने की वजह से निलंबित किया गया। इसके साथ ही पुलिस महानिरीक्षक ए. सतीश गणेश ने 7 अन्य पुलिस कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने का फरमान जारी किया है।