पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों पाकिस्तान के पंजाब की अटक जेल में बंद हैं। तोशखाना मामले में मिली कैद की सज़ा के बाद इमरान खान को इस देश की सबसे बदनाम और सबसे घटिया जेल अटक में रखा गया है। हैरानी की बात तो ये है कि पूर्व प्रधानमंत्री को यहां सी कैटेगरी का कैदी बनाया गया है।
शिक्षा को रोजगारपरक बनाने की आवश्यकता
खबर ये है कि पिछले चार दिनों से इस जेल में बंद इमरान खान ने अब यहां के हालात की वजह से पनाह मांगनी शुरू कर दी है। सूत्रों की माने तो जेल में मक्खियों और कीट पतंगों की वजह से इमरान खान का जीना मुहाल हो गया है। लिहाजा इमरान खान ने वकीलों के जरिए गुहार लगाई है कि उन्हें अब जेल से बाहर निकलवाओ…इस जेल में अब उन्हें और नहीं रहना।
इमरान खान ने अदालत में ये गुहार लगाई है कि उन्हें किसी भी तरह अदियाला जेल भेज दिया जाए जहां कम से कम सियासी कैदियों को ए या बी कैटेगरी की सुविधा तो मिल सकती है। पाकिस्तान की तहरीक ए इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने अब अपने लिए इंसाफ की आवाज उठाई है। सोमवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में उनकी तरफ से उन्हें अटक से निकालकर रावलपिंडी की अदियाला जेल में शिफ्ट करने की गुहार लगाई गई है।
फ्लाइंग किस विवाद : प्रियंका चतुर्वेदी ने किया राहुल गांधी का बचाव
दरख्वास्त में कहा गया है कि इमरान खान को अगर अदियाला जेल में शिफ्ट नहीं किया जा सकता तो उन्हें अटक जेल की A कैटेगरी वाली बैरक दे दी जाए। इसके अलावा उन्हें अपने परिवार, वकीलों और डॉक्टर से मिलने की भी इजाजत मिलनी चाहिए। सूत्रों बताते हैं कि इमरान खान ने उन्हें किसी भी कीमत पर इस जेल से बाहर निकाला जाए। इमरान के वकील नईम हैदर पंजोथा का कहना है कि इमरान खान को जेल में बहुत ही बुरी हालत में रखा गया है।
तोशखाना मामले में भ्रष्टचार में लिप्त पाए जाने के बाद इस्लामाबाद कोर्ट ने 70 साल के इमरान खान को तीन साल की जेल की सजा सुनाई है। जेल की सजा सुनाए जाने के फौरन ही बाद इमरान खान को गिरफ्तार कर उन्हें पंजाब की अटक जेल भेज दिया गया। तीन महीने के दौरान ये दूसरा मौका है जब इमरान खान को पाकिस्तान की पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा है। 9 मई को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्लामबाद में अल कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में हाईकोर्ट के कंपाउंड में ही गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी को लेकर पाकिस्तान में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुए थे। इमरान खान पर आतंकवाद, हिंसा भड़काने, ईशनिंदा, भ्रष्टाचार और हत्या करवाने जैसे संगीन आरोप हैं। इस्लामाबाद की अदालत ने इमरान खान को भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद चुनाव आयोग ने पांच साल के लिए उन पर चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी है।