छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भारत के मिनी नियाग्रा फॉल कहे जाने वाले चित्रकोट वाटरफॉल पर चौंकाने वाली घटना घटी। यहां से एक लड़की ने छलांग लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की। गनीमत यह रही की उसे समय रहते बचा लिया गया।
इस खौफनाक कदम को उठाने के पीछे लड़की ने जो वजह बताई है उसे जानकर आप भी दंग रह जाएंगे। दरअसल, लड़की को मोबाइल चलाने की लत है। इसे लेकर पिता ने डांटा तो नाराज होकर वह चित्रकोट वाटरफॉल पहुंच गई और वहां से कूदने की कोशिश की।
वाटरफॉल से छलांग लगाने के बाद सरस्वती को अपनी गलती का अहसास हुआ। इसके बाद वह खुद को डूबने से बचाने के लिए तैरकर बाहर आने की कोशिश करने लगी। मामले पर चित्रकोट पुलिस का कहना है कि चित्रकोट वाटरफॉल के पास सुरक्षा के लिए तैनात गांववाले नाव लेकर युवती के पास पहुंचे और उसे बचा लिया। पुलिस के मुताबिक, सरस्वती चित्रकोट गांव की रहने वाली है। वह एक होटल में काम करती है। बता दें कि इससे पहले पिछले साल भी एक युवती ने वाटरफॉल से छलांग लगाई गई थी।
लड़की का नाम सरस्वती मौर्य है और उसकी उम्र 21 साल है। वह अपना ज्यादातर समय मोबाइल में बिताती है। परिजन उसकी इस आदत से परेशान हैं और उसे डांटते रहते हैं। मंगलवार को एक बार फिर पिता संतो मौर्य ने उसे मोबाइल को लेकर डांट दिया। नाराज होकर युवती वाटरफॉल पर पहुंच गई और छलांग लगा दी। इस दौरान वाटरफॉल पर मौजूद लोगों ने उसे रोकने की काफी कोशिश की लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी और छलांग लगा दी। हालांकि वह कुछ देर बाद ही तैरकर बाहर आ गई।